पटना: पटना विश्वविद्यालय छात्र संघ (PUSU) चुनाव के नतीजे देर रात घोषित किए गए, और इस बार के चुनाव ने इतिहास रच दिया। 107 साल के इतिहास में पहली बार किसी छात्रा ने अध्यक्ष पद पर जीत हासिल की है। एबीवीपी (ABVP) की उम्मीदवार मैथिली मृणालिनी ने अध्यक्ष पद के लिए शानदार जीत दर्ज की है। इस बार के चुनाव में 5 प्रमुख पदों में से तीन पर छात्राओं का कब्जा रहा, जो महिलाओं के लिए एक बड़ी जीत है।
इस बार के चुनाव के नतीजे
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अध्यक्ष पद: एबीवीपी की मैथिली मृणालिनी
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महासचिव पद: निर्दलीय सलोनी राज
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कोषाध्यक्ष पद: एनएसयूआई की सौम्या श्रीवास्तव
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उपाध्यक्ष पद: निर्दलीय धीरज
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संयुक्त सचिव पद: एनएसयूआई के रोहन कुमार
मैथिली मृणालिनी की अध्यक्ष पद पर जीत ने एक नया इतिहास रचते हुए साबित किया कि अब पटना विश्वविद्यालय के छात्र संघ में महिलाओं की भूमिका महत्वपूर्ण हो रही है। उन्होंने कहा कि वह अपने कार्यकाल में जल्द से जल्द काम शुरू करेंगी और पहले बुनियादी मुद्दों पर ध्यान केंद्रित करेंगी।
मैथिली मृणालिनी का बयान
जीत के बाद मैथिली मृणालिनी ने कहा, “मैं जितना जल्दी हो सके काम शुरू करने की कोशिश करूंगी। सबसे पहले बुनियादी चीजों पर काम करेंगे। हम जल्द ही पुलिस और प्रशासन से मिलकर आवश्यक मुद्दों पर चर्चा करेंगे। शुरुआत अच्छी हो तो अंत भी अच्छा होता है।”
मतदान का आंकड़ा
हालांकि राजनीतिक दलों की विभिन्न युवा शाखाओं द्वारा जोरदार प्रचार-प्रसार किया गया था, लेकिन इस बार के चुनाव में केवल 45.21% मतदाताओं ने अपने वोट डाले।
सबसे ज्यादा मतदान पटना लॉ कॉलेज में हुआ, जहां 63.40% छात्रों ने मतदान किया, वहीं पटना साइंस कॉलेज में 61.80% मतदान हुआ। इसके विपरीत, कला और शिल्प कॉलेज में केवल 17.69% छात्रों ने मतदान किया, जो कि अन्य कॉलेजों के मुकाबले काफी कम था।
छात्रों की उत्साही भागीदारी
कई छात्रों ने इस बार के चुनाव में पहली बार मतदान किया। पीयू के छात्र कल्याण के डीन, अनिल कुमार के अनुसार, स्नातकोत्तर विभागों में कम मतदान के लिए छात्रों की राजनीति के प्रति उदासीनता को जिम्मेदार ठहराया गया। हालांकि, छात्रों की उत्साही भागीदारी को देखते हुए कई छात्र सुबह 8 बजे से पहले ही मतदान केंद्रों पर पहुंच गए थे।
पटना कॉलेज के स्नातक छात्र, राजेंद्र कुमार ने कहा, “मैंने पहले कभी किसी चुनाव में मतदान नहीं किया है, लेकिन इस बार मैं छात्र संघ चुनाव में अपना वोट डालने के लिए उत्साहित हूं।”
सुरक्षा व्यवस्था और मतदान प्रक्रिया
सुरक्षा के कड़े उपायों के चलते चुनाव शांतिपूर्वक संपन्न हुए। विश्वविद्यालय परिसर में हर बूथ पर पुलिस कर्मियों और मजिस्ट्रेटों की तैनाती थी, और मतदान केंद्रों की सुरक्षा व्यवस्था सख्त थी। मतदान केंद्रों में प्रवेश केवल पहचान पत्र रखने वाले मतदाताओं को ही दिया गया। इसके अलावा, वरिष्ठ संकाय सदस्यों को पर्यवेक्षक के रूप में तैनात किया गया था और पूरे चुनाव की वीडियोग्राफी भी की गई थी।
मतगणना और परिणाम
पांच प्रमुख पदों के लिए मतगणना कॉलेज ऑफ आर्ट्स एंड क्राफ्ट्स में कड़ी सुरक्षा के बीच शुरू हुई। उम्मीदवारों और उनके प्रतिनिधियों को मतपेटियों की सीलिंग देखने की अनुमति थी। वहीं, परिषद सदस्यता के लिए मतगणना मतदान केंद्रों पर ही की गई थी।
सलोनी राज की जीत
PUSU चुनाव के दौरान एक वायरल वीडियो में सलोनी राज को सिर पर गोली मारने की चुनौती का सामना करना पड़ा था, लेकिन इसके बावजूद वह महासचिव पद पर जीत हासिल करने में सफल रही।