आगरा: श्री गुरु गोविंद सिंह महाराज के प्रकाश पर्व के मौके पर आज आगरा शहर में एक भव्य और दिव्य नगर कीर्तन का आयोजन किया गया। इस अवसर पर श्री गुरु सिंह सभा माईथान द्वारा आयोजित नगर कीर्तन में शहर के समस्त 29 गुरुद्वारों, आसपास के शहरों और कस्बों से संगत ने भाग लिया। नगर कीर्तन के मार्ग में विभिन्न आकर्षक झांकियां, युद्ध कला गतका का प्रदर्शन और धार्मिक आस्था का जलवा देखने को मिला।
नगर कीर्तन की भव्यता
नगर कीर्तन की शुरुआत गुरुद्वारा माईथान से हुई, जहां संत बाबा प्रीतम सिंह द्वारा अरदास की गई। यह नगर कीर्तन शहर के विभिन्न मार्गों से गुजरते हुए गुरुद्वारा बालूगंज में समाप्त हुआ। नगर कीर्तन में शामिल संगत का उत्साह और श्रद्धा देखते ही बन रही थी।
नगर कीर्तन के मार्ग पर जगह-जगह तोरण द्वार बनाए गए थे, जिन पर नगर कीर्तन का भव्य स्वागत किया गया। साथ ही, 21 घोड़े और पंजाब से विशेष रूप से बुलाया गया बैगपाइपर बैंड नगर कीर्तन की आभा में चार चांद लगा रहे थे। धर्मावलंबी पुरुष केशरिया पगड़ी में और महिलाएं पीली चुन्नी में दिखीं, जिससे नगर कीर्तन की शोभा और बढ़ गई थी।
गतका का शानदार प्रदर्शन
नगर कीर्तन में रंजीत अखाड़े के वीरों द्वारा प्राचीन सिख युद्ध कला गतका का हैरतअंगेज प्रदर्शन किया गया। 5 वर्ष के बच्चों से लेकर 18 वर्ष तक के नौजवानों ने तलवार, ढाल, दोधारी तलवार, कटार, खंजर, भाला, बरछा, खुखरी, गोला, कांटेदार गोला, चक्र जैसे प्राचीन शस्त्रों का शानदार प्रदर्शन किया, जिसे देख दर्शक रोमांचित हो गए। खास बात यह थी कि रंजीत अखाड़े में प्रशिक्षित छोटी बालिकाओं ने भी इस युद्ध कला का प्रदर्शन किया, जो देखने वालों के लिए एक अविस्मरणीय अनुभव बना।
नगर कीर्तन में बच्चों की झांकियां
गुरुद्वारा नानकपाडा के जीतू बागड़ी के निर्देशन में बच्चों की कई झांकियां नगर कीर्तन में प्रस्तुत की गईं। डीवी संतोख सिंह खालसा स्कूल, श्री गुरु तेग बहादुर हाईस्कूल और अन्य स्कूलों के बच्चे भी इस भव्य आयोजन में शामिल थे।
नगर निगम और पुलिस द्वारा सख्त इंतजाम
नगर कीर्तन के आयोजन को सफल बनाने के लिए प्रशासन और पुलिस द्वारा उत्कृष्ट व्यवस्था की गई थी। नगर कीर्तन मार्ग पर भारी पुलिस बल तैनात था, और नगर निगम की टीम सफाई का विशेष ध्यान रख रही थी। प्रत्येक मार्ग पर नगर निगम के सफाई कर्मचारी साथ-साथ चलते हुए कूड़ा उठाने का कार्य कर रहे थे, जिससे कीर्तन मार्ग पूरी तरह से स्वच्छ रहा।
प्रमुख व्यक्ति और आयोजन के समर्थक
इस आयोजन में शामिल प्रमुख व्यक्तियों में गुरुद्वारा गुरु का ताल के मुखी संत बाबा प्रीतम सिंह, भारत सरकार से बलजीत सिंह, श्री गुरु सिंह सभा माईथान के प्रधान कंवलदीप सिंह, और शहर के 29 गुरुद्वारों के प्रधान शामिल थे। इनके अलावा अन्य महत्वपूर्ण लोग जैसे कि गुरुद्वारा गुरु का ताल के जत्थेदार राजेंद्र सिंह इंदौरिया, जगदीप सिंह, बंटी ग्रोवर, ज्ञानी कुलविंदर सिंह, पाली सेठी और महंत हरपाल सिंह की उपस्थिति आयोजन की भव्यता में और इजाफा कर रही थी।
आतिशबाजी
नगर कीर्तन का समापन गुरुद्वारा बालूगंज में हुआ, जहां भव्य आतिशबाजी का आयोजन किया गया। यह आयोजन श्रद्धा, आस्था और भक्ति का प्रतीक बनकर सभी को एक दिव्य अनुभव प्रदान कर गया।