झालावाड़, राजस्थान: राजस्थान के झालावाड़ जिले में एक हैरान कर देने वाली घटना सामने आई है, जहाँ कोटा की चेचट थाना पुलिस पर कुछ लोगों ने पथराव कर दिया। पुलिस एक गुमशुदा युवती की तलाश में झालरापाटन के भूतेश्वर मंदिर पहुँची थी, जहाँ युवती अपने प्रेमी से शादी कर रही थी। पुलिस को देखते ही महिलाओं और पुरुषों के एक समूह ने उन पर पत्थर फेंकना शुरू कर दिया, जिसके कारण पुलिस को अपनी जान बचाकर भागना पड़ा। इस दौरान पुलिस के एक निजी वाहन का शीशा भी टूट गया।
क्या था मामला?
घटना की शुरुआत कोटा जिले के चेचट थाना क्षेत्र से हुई, जहाँ की एक युवती कुछ दिनों पहले लापता हो गई थी। परिजनों ने काफी तलाश की, लेकिन उसका कोई सुराग नहीं मिला। इसके बाद परिवार ने चेचट थाने में बेटी की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई। पुलिस ने मामले की पड़ताल शुरू की तो उन्हें पता चला कि युवती अपनी मर्जी से अपने प्रेमी के साथ गई है। गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज होने के कारण, पुलिस जानकारी मिलते ही एक निजी वाहन से झालावाड़ के भूतेश्वर महादेव मंदिर पहुँची।
शादी के दौरान हुआ पथराव
भूतेश्वर मंदिर में प्रेमी जोड़ा शादी कर रहा था। पुलिस टीम के वहाँ पहुँचते ही, युवती सहित मौके पर मौजूद अन्य महिलाओं और पुरुषों ने पुलिस पर पथराव शुरू कर दिया। अचानक हुए इस हमले से पुलिस को जान बचाकर भागना पड़ा। पथराव के दौरान पुलिस के निजी वाहन का शीशा भी टूट गया, जो घटना की गंभीरता को दर्शाता है।
क्या कहती है पुलिस?
चेचट थाना के अधिकारी ने इस मामले में जानकारी देते हुए बताया कि युवक और युवती दोनों बालिग हैं। उन्होंने स्पष्ट किया कि यदि वे अपनी मर्जी से शादी करना चाहते हैं, तो पुलिस उन्हें रोक नहीं सकती है। यह बयान पुलिस की मजबूरी को दर्शाता है, क्योंकि बालिगों को अपनी पसंद से शादी करने का अधिकार है, भले ही गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज क्यों न हो।
स्थानीय पुलिस को नहीं दी गई सूचना
वहीं, इस घटना को लेकर झालरापाटन थाना प्रभारी हरलाल मीणा ने एक महत्वपूर्ण जानकारी दी। उन्होंने बताया कि चेचट थाने की पुलिस ने उन्हें झालरापाटन इलाके में किसी भी कार्रवाई के बारे में कोई पूर्व सूचना नहीं दी थी। साथ ही, उन्होंने यह भी कहा कि चेचट पुलिस ने उन्हें पथराव की घटना के बारे में भी सूचित नहीं किया है। मीणा ने कहा कि यदि चेचट पुलिस की ओर से कोई शिकायत दी जाती है, तो उनके द्वारा निश्चित रूप से कार्रवाई की जाएगी।