आगरा, – सरोजिनी नायडू मेडिकल कॉलेज (एसएन मेडिकल कॉलेज) में शुक्रवार को एक महत्वपूर्ण ई-पोस्टर प्रतियोगिता का आयोजन किया गया, जिसका उद्देश्य एंटीमाइक्रोबियल स्टिवर्डशिप के महत्व को समझाना और एंटीबायोटिक रेजिस्टेंस के खतरे से बचने के उपायों पर जागरूकता फैलाना था। यह प्रतियोगिता कॉलेज के माइक्रोबायोलॉजी विभाग के द्वारा आयोजित की गई, जिसका नेतृत्व डॉ. प्रशांत गुप्ता (प्रधानाचार्य, एसएन मेडिकल कॉलेज) ने किया।
कार्यक्रम का उद्देश्य और उद्देश्य
माइक्रोबायोलॉजी विभाग ने एंटीमाइक्रोबियल स्टिवर्डशिप पर आधारित पोस्टर प्रतियोगिता आयोजित की, जिसमें MBBS 2023 के छात्रों ने एंटीबायोटिक रेजिस्टेंस की समस्या और उससे बचने के उपायों के बारे में विचार प्रस्तुत किए। इस प्रतियोगिता का मुख्य उद्देश्य चिकित्सा पाठ्यक्रम के पहले वर्ष से ही छात्रों में एंटीमाइक्रोबियल स्टिवर्डशिप के महत्व को समझाना और इसके प्रभावी उपयोग के बारे में जागरूकता बढ़ाना था। एंटीबायोटिक रेजिस्टेंस के बढ़ते खतरे को देखते हुए यह प्रतियोगिता छात्रों को इस समस्या के समाधान के बारे में सोचने और जागरूक करने के लिए आयोजित की गई थी।
प्रतियोगिता में विजेता और उनके विचार
प्रतियोगिता में विभिन्न छात्रों ने अपने विचार प्रस्तुत किए और पोस्टर के माध्यम से एंटीबायोटिक रेजिस्टेंस के खतरों और इससे बचने के उपायों पर अपने विचार साझा किए। प्रतियोगिता में एमबीबीएस 2023 के छात्र वाणी ठाकुर ने पहले स्थान प्राप्त किया। वहीं आस्था दीप ने दूसरे स्थान पर और अनन्या वर्मा और प्रिय सिंह जायसवाल ने तीसरे स्थान पर कब्जा जमाया। इन छात्रों ने अपनी पोस्टरों में एंटीबायोटिक के प्रभावी उपयोग के साथ-साथ रेजिस्टेंस के बढ़ने के कारणों और उससे बचने के उपायों को बड़ी खूबसूरती से प्रस्तुत किया।
निर्णायक मंडल और कार्यक्रम का संचालन
प्रतियोगिता के निर्णायक मंडल में डॉ. अमृत गोयल (विभागाध्यक्ष, ऑर्थोपेडिक विभाग), डॉ. आरती अग्रवाल (माइक्रोबायोलॉजी विभाग) और डॉ. स्निग्धा सेन (विभागाध्यक्ष, ऑप्थेल्मोलॉजी विभाग) शामिल थे। इन सभी ने छात्रों की प्रस्तुति की सराहना की और उन्हें अपने ज्ञान को और बढ़ाने के लिए प्रोत्साहित किया।
कार्यक्रम का संचालन डॉ. विकास गुप्ता (एसोसिएट प्रोफेसर, माइक्रोबायोलॉजी विभाग) ने किया। कार्यक्रम में डॉ. प्रज्ञा शाक्य (सह आचार्य), डॉ. पारुल गर्ग (सहायक आचार्य), अन्य संकाय सदस्य और MBBS के छात्र भी उपस्थित रहे।
कार्यक्रम की समापन पर डॉ. अंकुर गोयल ने किया धन्यवाद ज्ञापन
कार्यक्रम के समापन पर डॉ. अंकुर गोयल (विभागाध्यक्ष, माइक्रोबायोलॉजी विभाग) ने धन्यवाद ज्ञापन करते हुए प्रतियोगिता के आयोजकों और छात्रों की सराहना की। उन्होंने बताया कि इस तरह के कार्यक्रम छात्रों को ना सिर्फ चिकित्सीय ज्ञान से अवगत कराते हैं, बल्कि उन्हें समाज के सामने आने वाली प्रमुख समस्याओं के प्रति संवेदनशील भी बनाते हैं।