आगरा: आगरा के थाना मलपुरा क्षेत्र में स्थित धनौली सल्लू की पुलिया के पास अवैध रूप से चल रही भट्ठियों के कारण स्थानीय निवासी गंभीर प्रदूषण की समस्या से जूझ रहे हैं। प्रदूषण विभाग और क्षेत्रीय पुलिस की लापरवाही के कारण लोग स्वास्थ्य संबंधी गंभीर समस्याओं का सामना कर रहे हैं, लेकिन प्रशासन द्वारा कोई ठोस कार्रवाई नहीं की जा रही है। क्षेत्रीय निवासियों ने कई बार इस मुद्दे को लेकर शिकायत दर्ज कराई, लेकिन उन्हें अब तक कोई समाधान नहीं मिला है।
अवैध भट्ठियों से बढ़ रही बीमारियां
स्थानीय लोगों का कहना है कि भट्ठियों से निकलने वाला घना धुआं न केवल उनके स्वास्थ्य के लिए खतरनाक है, बल्कि यह पर्यावरण पर भी प्रतिकूल प्रभाव डाल रहा है। क्षेत्रीय निवासी लंबे समय से इस समस्या का सामना कर रहे हैं, और कई बार भट्टी संचालकों से शिकायत भी की है, लेकिन उन्हें कोई राहत नहीं मिली। लोगों ने बताया कि भट्टी संचालक दबंग प्रवृत्ति के हैं और उनके खिलाफ कोई कार्रवाई करने की बजाय वे खुलेआम अपनी भट्ठियों का संचालन करते रहते हैं।
स्थानीय निवासी आशा देवी ने बताया, “मेरे दोनों बच्चे इस धुएं से प्रभावित हो गए हैं। मेरी बेटी और बेटा दोनों को सांस की तकलीफ हो गई है, और उनका इलाज चल रहा है। जब भट्टी चालू होती है, तो पूरा इलाका धुएं से भर जाता है। हम सांस भी नहीं ले पाते और दिन-रात इसी प्रदूषण के बीच जीने को मजबूर हैं।”
गंभीर स्वास्थ्य खतरे
इस अवैध भट्ठी संचालन से न केवल इंसान, बल्कि पूरा पर्यावरण भी प्रभावित हो रहा है। विशेषज्ञों का मानना है कि इस तरह के प्रदूषण से कैंसर, दिल की बीमारियां, और सांस की गंभीर समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं। विशेष रूप से बच्चों, बुजुर्गों और शारीरिक रूप से कमजोर व्यक्तियों के लिए यह स्थिति अत्यंत खतरनाक है। प्रदूषण के इस स्तर पर काबू पाना और लोगों को इस संकट से उबारना प्रशासन की प्राथमिक जिम्मेदारी होनी चाहिए।
शिकायतों का कोई असर नहीं
धनौली चौकी पर स्थानीय निवासियों ने कई बार लिखित शिकायत दर्ज कराई है, लेकिन पुलिस ने इस पर कोई ठोस कदम नहीं उठाया। शिकायतकर्ताओं ने बताया कि पुलिस ने ना तो उनकी शिकायतों पर ध्यान दिया और ना ही क्षेत्र में जाकर जांच की। क्षेत्रीय लोगों का आरोप है कि पुलिस और प्रदूषण विभाग दोनों ने आंखें मूंद रखी हैं, जिसके कारण यह समस्या और विकराल होती जा रही है।
प्रशासन को चाहिए त्वरित कार्रवाई
स्थानीय निवासियों का कहना है कि अगर प्रशासन जल्द कोई ठोस कदम नहीं उठाता, तो परिणाम और भी गंभीर हो सकते हैं। प्रदूषण की वजह से बीमारियों में इजाफा होगा, जिससे न केवल स्थानीय निवासियों की सेहत पर असर पड़ेगा, बल्कि यह इलाके की सामाजिक और आर्थिक स्थिति को भी प्रभावित करेगा। इसलिए प्रशासन को चाहिए कि वह अवैध भट्ठियों को बंद कराने के लिए सख्त कदम उठाए और प्रदूषण नियंत्रण के लिए प्रभावी उपाय लागू करे।
धनौली सल्लू की पुलिया स्थित अवैध भट्ठियों के कारण स्थानीय निवासी गंभीर प्रदूषण का शिकार हो रहे हैं, जो उनके स्वास्थ्य के लिए एक बड़ा खतरा बन चुका है। प्रदूषण विभाग और पुलिस की लापरवाही के कारण लोग अब गंभीर बीमारियों से जूझ रहे हैं। अगर प्रशासन ने इस समस्या पर समय रहते ध्यान नहीं दिया, तो इसके गंभीर परिणाम हो सकते हैं। क्षेत्रीय लोग प्रशासन से शीघ्र कार्यवाही की उम्मीद कर रहे हैं, ताकि इस संकट से उनका जीवन सुरक्षित रहे।