जयपुर: राजस्थान में सब-इंस्पेक्टर (एसआई) भर्ती परीक्षा 2021 पेपर लीक मामले में स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (एसओजी) ने एक बड़ा खुलासा करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के निजी सुरक्षा अधिकारी (पीएसओ) राजकुमार यादव को गिरफ्तार किया है। एसओजी ने उनके बेटे भरत यादव को भी इस मामले में दबोच लिया है। आरोप है कि राजकुमार यादव ने अपने बेटे को परीक्षा में पास कराने के लिए पेपर खरीदा था, जिससे इस बड़े पेपर लीक नेटवर्क की परतें और गहरी होती जा रही हैं।
गिरफ्तारी और रिमांड की कहानी
एसओजी के अतिरिक्त महानिदेशक (एडीजी) वीके सिंह ने बताया कि राजकुमार यादव और उनके बेटे भरत यादव को शुक्रवार की रात गिरफ्तार किया गया था। दोनों को शनिवार को कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उन्हें 12 अगस्त तक के लिए पुलिस रिमांड पर भेज दिया गया है। एसओजी अब इन दोनों से गहन पूछताछ कर रही है ताकि इस गिरोह के अन्य सदस्यों और उनके नेटवर्क का पता लगाया जा सके।
पेपर लीक की कड़ी: RPSC सदस्य से लेकर PSO तक
एसओजी की जांच में यह सामने आया है कि राजकुमार यादव ने यह पेपर शिक्षक कुंदन पंड्या से खरीदा था, जिसे राजस्थान लोक सेवा आयोग (आरपीएससी) के पूर्व सदस्य बाबूलाल कटारा का करीबी माना जाता है। जांच के दौरान यह पता चला है कि एसआई भर्ती परीक्षा का पेपर बाबूलाल कटारा से ही लीक हुआ था, जिसे कुंदन पंड्या ने आगे बेचा था। इस गिरफ्तारी से यह साफ हो गया है कि पेपर लीक का नेटवर्क सरकारी महकमों और पुलिस अधिकारियों तक फैला हुआ था।
बेटे का अधूरा सपना: लिखित में पास, फिजिकल में फेल
इस मामले का एक चौंकाने वाला पहलू यह है कि आरोपी राजकुमार यादव ने अपने बेटे भरत यादव के लिए यह पेपर खरीदा था। भरत ने लीक हुए पेपर के आधार पर लिखित परीक्षा तो पास कर ली थी, लेकिन वह शारीरिक दक्षता परीक्षा (फिजिकल टेस्ट) में असफल रहा, जिसके कारण उसका चयन नहीं हो पाया। यह एक विडंबना है कि इतनी बड़ी चोरी और पैसे खर्च करने के बाद भी उसे सफलता नहीं मिली।
पुलिस विभाग में सेंधमारी
गिरफ्तार राजकुमार यादव राजस्थान पुलिस में हेड कांस्टेबल के पद पर कार्यरत हैं। वह जयपुर शहर पुलिस लाइन में तैनात रह चुके हैं और पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के कार्यकाल के दौरान उनकी सुरक्षा में तैनात थे। वर्तमान में भी वह एक पीएसओ के रूप में कार्यरत हैं। यह गिरफ्तारी पुलिस विभाग के भीतर इस गिरोह की गहरी पैठ को उजागर करती है, जो सुरक्षा और कानून व्यवस्था के लिए एक गंभीर चिंता का विषय है।
120 गिरफ्तारियां और आगे की जांच
एसआई भर्ती पेपर लीक मामले में एसओजी अब तक कुल 120 आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है, जिनमें 55 प्रशिक्षु उप निरीक्षक भी शामिल हैं। एसओजी का दावा है कि यह नेटवर्क कई स्तरों पर काम कर रहा था। रिमांड पर पूछताछ से और भी बड़े खुलासे होने की उम्मीद है। एसओजी लगातार इस नेटवर्क को ध्वस्त करने में जुटी है, ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोका जा सके और योग्य उम्मीदवारों को उनका हक मिल सके।