आगरा । शमशाबाद रोड स्थित श्री दाऊजी महाराज महाविद्यालय, बरौली अहीर में समत्व फाउंडेशन (पंजी) द्वारा भारत के द्वितीय राष्ट्रपति श्रद्धेय डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन जी के 137वें जन्मदिवस पर द्वितीय शिक्षक सम्मान समारोह और कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया। इस विशेष अवसर पर 55 पूर्व शिक्षकों को सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम का उद्घाटन मुख्य अतिथि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ आगरा विभाग कार्यवाह सुनील दीक्षित, कार्यक्रम अध्यक्ष माधवराव सिंधिया इंजीनियरिंग कॉलेज ग्वालियर के पूर्व प्राचार्य डॉ. अजीत कुमार गुप्ता, और विशिष्ट अतिथि श्रीनाथजी सेवा संस्थान के अध्यक्ष कुंज बिहारी अग्रवाल द्वारा मां सरस्वती और डॉ. राधाकृष्णन जी के चित्र के सामने दीप प्रज्वलित करके किया गया। सरस्वती वंदना की प्रस्तुति नैनाना जाट प्राइमरी विद्यालय की शिक्षिका कंचन चौधरी ने की।
मुख्य अतिथि सुनील दीक्षित ने अपने उद्बोधन में शिक्षकों के जीवन में महत्व और उनके योगदान की सराहना की। उन्होंने कहा कि शिक्षक चरित्र निर्माण की प्राथमिक सीढ़ी होते हैं और उनकी सकारात्मक शिक्षा का जीवन में बहुत महत्व है।
समारोह में बयोवृद्ध 82 वर्षीय शिक्षक सियाराम शर्मा तांसपुरा को सम्मानित किया गया। इसके बाद कानपुर, फिरोजाबाद, नैनीताल, आगरा और अन्य शहरों से आए 55 शिक्षकों को श्री दाऊजी महाराज महाविद्यालय के प्रबंधक वी.डी. अग्रवाल, कैला देवी डिग्री कॉलेज के प्रबंधक प्रमोद तोमर, समत्व फाउंडेशन के अध्यक्ष लाल सिंह धाकरे, और श्रीनाथजी सेवा संस्थान के संयोजक पवन अग्रवाल द्वारा सम्मानित किया गया। इन शिक्षकों को दाऊजी महाराज का चित्र, शिक्षा रत्न शील्ड, और पटका भेंट किया गया।
कार्यक्रम के अध्यक्ष डॉ. अजीत कुमार गुप्ता ने इस सम्मान समारोह की सराहना की और कहा कि रिटायर्ड शिक्षकों को अक्सर भुला दिया जाता है, लेकिन समत्व फाउंडेशन ने उन्हें सम्मानित करके समाज और शिक्षा जगत में एक महत्वपूर्ण उदाहरण पेश किया है।
कार्यक्रम का संचालन कवि और साहित्यकार दिनेश अगरिया ने किया। दूसरे सत्र में कवि सम्मेलन का आयोजन हुआ जिसमें रजनीकांत लवानिया, अलका अग्रवाल, दीपक दिंव्यांशु, देश दीपक शर्मा, डॉ. हिमांशु अग्रवाल और चारु मित्रा ने अपने काव्यपाठ से उपस्थित दर्शकों को मंत्रमुग्ध किया।
कार्यक्रम में समत्व फाउंडेशन के संरक्षक रमन गुप्ता, एम पी सिंह, विनोद जादौन, सुभाष शर्मा, संजय शर्मा, जितेंद्र उपाध्याय आदि भी उपस्थित थे।
इन शिक्षकों का हुया सम्मान
– कमल स्वरूप वशिष्ठ
– कप्तान सिंह
– रमेश चंद शर्मा
– राधेश्याम गर्ग
– डॉ. आर के शर्मा
– विष्णु प्रकाश शुक्ला
– उदयवीर सिंह सोलंकी
– कुंवर लाल शर्मा
– डॉ. देवी सिंह नरवार
– सरवन सिंह
– रामगोपाल जादौन
– राजेंद्र प्रसाद
– तुलाराम शर्मा
– दौजी राम
– प्रणव कुमार कुलश्रेष्ठ
– राजेश कुमार
– कानपुर से योगेंद्र सिंह
– प्रमोद कुमार गुप्ता
– चारु मित्रा
– अलका अग्रवाल
– पिंकी जैन
– संगीता चौधरी
– करण सिंह धाकड़
– देवेंद्र कुमार शर्मा
– रविंद्र तरकर
इस सम्मान समारोह और कवि सम्मेलन ने शिक्षकों की उत्कृष्टता को मान्यता देने के साथ-साथ समाज में उनके योगदान की महत्ता को भी उजागर किया।