एटा (जलेसर) : एसडीएम विपिन कुमार मोरेल ने नूहखेड़ा राजस्व निरीक्षक क्षेत्र के ग्राम सभाओं में अतिवृष्टि के चलते फसलों की बर्बादी का स्थलीय निरीक्षण किया। अत्यधिक जलभराव के कारण, एसडीएम को निरीक्षण के लिए ट्रैक्टर पर बैठना पड़ा।
शनिवार को, एसडीएम विपिन कुमार मोरेल ने दलशाहपुर, गादुरी, जमालपुर, पवहा, नगला बसु और नरोरा गांवों का दौरा किया। उन्होंने देखा कि अधिक वर्षा के कारण खेतों में खड़ी फसलों जैसे बाजरा, धान, और उर्द में व्यापक नुकसान हुआ है। चूंकि खेतों और चकरोड़ों पर अधिक पानी भरा हुआ था, एसडीएम की गाड़ी आगे नहीं बढ़ सकी। इस स्थिति में, ग्राम वासियों ने एक ट्रैक्टर उपलब्ध कराया, जिससे एसडीएम ने फसलों का निरीक्षण किया।
इस दौरान क्षेत्रीय लेखपाल रजत शर्मा, सौरभ चौहान, विवेक राजपूत, मनोज जादौन, ग्राम प्रधान विनय राजपूत, अशोक कुशवाह समेत कई ग्रामीण भी उपस्थित थे।
एसडीएम विपिन कुमार मोरेल ने बताया कि अतिवृष्टि के चलते फसलों को हुए नुकसान का सर्वेक्षण दो दिनों में पूरा किया जाएगा। सर्वे कार्य समाप्त होने पर फसलों की क्षति का आंकलन करते हुए रिपोर्ट मुआवजे के लिए शासन को भेजी जाएगी। उन्होंने सभी लेखपालों को इस संबंध में आवश्यक निर्देश भी दिए हैं।
यह निरीक्षण क्षेत्र के किसानों के लिए उम्मीद की किरण है, क्योंकि सरकार द्वारा उचित मुआवजे की संभावना बनी हुई है। एसडीएम का यह कदम किसानों के प्रति संवेदनशीलता और उनकी समस्याओं को समझने के लिए सराहनीय है।