संगम नोज क्या है और क्यों मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने श्रद्धालुओं से वहां न जाने की अपील की.
Contents
संगम नोज, प्रयागराज में संगम के उस विशिष्ट बिंदु को संदर्भित करता है जहां गंगा और यमुना नदियां मिलती हैं। हिंदू धर्म में इस स्थान को अत्यंत पवित्र माना जाता है और माना जाता है कि यहां स्नान करने से सभी पाप धुल जाते हैं।
संगम नोज का महत्व
- धार्मिक महत्व: हिंदू धर्म में संगम नोज को मोक्ष प्राप्ति का द्वार माना जाता है।
- ऐतिहासिक महत्व: सदियों से साधु-संत और श्रद्धालु संगम नोज पर स्नान करने के लिए आते रहे हैं।
- कुंभ मेले का केंद्र: महाकुंभ के दौरान संगम नोज सबसे महत्वपूर्ण स्थान होता है।
संगम नोज पर भीड़ क्यों बढ़ जाती है:
- धार्मिक मान्यता: अधिकांश श्रद्धालु मानते हैं कि संगम नोज पर स्नान करने से सबसे अधिक पुण्य मिलता है।
- सांस्कृतिक महत्व: यह एक परंपरा है कि श्रद्धालु संगम नोज पर स्नान करते हैं।
- मीडिया का प्रभाव: मीडिया में संगम नोज को सबसे पवित्र स्थान के रूप में दिखाया जाता है, जिससे श्रद्धालुओं को आकर्षित किया जाता है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने क्यों श्रद्धालुओं से वहां न जाने की अपील की.
- भीड़ नियंत्रण: संगम नोज पर अत्यधिक भीड़ होने के कारण भगदड़ की स्थिति बन सकती है।
- सुरक्षा कारण: इतनी बड़ी भीड़ को संभालना प्रशासन के लिए मुश्किल होता है।
- अन्य घाटों का महत्व: संगम नोज के अलावा भी कई अन्य घाटों पर स्नान किया जा सकता है।