Agra News: पिनाहट। पिनाहट कस्बे में हर वर्ष आयोजित होने वाली प्राचीन श्री रामलीला का आज मुकुट पूजन के साथ शुभारंभ हुआ। यह रामलीला करीब 400 वर्षों से चली आ रही है और आगरा शहर के बाद क्षेत्र की यह सबसे प्रसिद्ध रामलीला मानी जाती है।
रामलीला का आयोजन शनिवार को मातामंदिर में हुआ, जहां विख्यात व्यास ब्रह्मानंद पाठक ने विधिपूर्वक मंत्रोच्चारण करते हुए रामलीला कमेटी के अध्यक्ष रामनरेश परिहार के साथ मिलकर मुकुट पूजन किया। इस पावन अवसर पर क्षेत्र के सैकड़ों भक्त और दर्शक एकत्रित हुए, जिन्होंने इस धार्मिक उत्सव का आनंद लिया।
मुकुट पूजन के बाद रामलीला का मंचन आरंभ हुआ, जिसमें भगवान श्रीराम के जीवन से जुड़े विभिन्न प्रसंगों को जीवंत किया गया। रामलीला देखने के लिए दूर-दूर से हजारों की संख्या में लोग उपस्थित हुए।
इस अवसर पर श्याम सुंदर कन्हुआ, भगवान सिंह, विनोद अरेले, हर्ष कुमार, चंद्रमोहन तिवारी, श्यामसुंदर महेरे, रामनिवास महेरे, महावीर ओझा और अन्य अनेक प्रमुख लोग मौजूद रहे।
प्राचीन श्री रामलीला का यह आयोजन न केवल धार्मिक आस्था का प्रतीक है, बल्कि यह सांस्कृतिक धरोहर को भी संजोए रखने का महत्वपूर्ण माध्यम है। हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी रामलीला को देखने के लिए लोगों में विशेष उत्साह दिखाई दे रहा है, जो दर्शाता है कि यह परंपरा कितनी महत्वपूर्ण है।
इस प्रकार, मुकुट पूजन के साथ शुरू हुई रामलीला ने पिनाहट में धार्मिक और सांस्कृतिक गतिविधियों को एक नई ऊर्जा प्रदान की है। भक्तों में श्रीराम के प्रति श्रद्धा और भक्ति की भावना को देखते हुए यह कहना गलत नहीं होगा कि पिनाहट की रामलीला सिर्फ एक नाटक नहीं, बल्कि एक परंपरा और आस्था का प्रतीक है।