मैनपुरी : जिलाधिकारी अविनाश कृष्ण सिंह ने जिला शिक्षा अनुश्रवण समिति, निपुण भारत, मध्यान्ह भोजन, जिला स्तरीय टास्क फोर्स की बैठक की समीक्षा के दौरान कड़ी नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि खण्ड शिक्षाधिकारियों द्वारा जनपद में बड़ी संख्या में विद्यालयों निष्प्रयोज्य होने की रिपोर्ट भेजी है, लेकिन उनके मूल्यांकन, ध्वस्तीकरण एवं मलवे की नीलामी के कार्य में रूचि नहीं ली जा रही है साथ ही विद्यालयों के निष्प्रयोज्य होने की रिपोर्ट भी मानक के अनुसार नहीं दी गयी है, जिसपर उन्होने सम्बन्धित को निर्देशित करते हुए कहा कि जिन विद्यालयों का ध्वस्तीकरण होना है, उनका सत्यापन मानक के अनुसार गठित कमेटी के माध्यम से कर रिपोर्ट उपलब्ध करायी जाय। उन्होने अधिशाषी अभियंता ग्रामीण अभियंन्त्रण विभाग को आदेशित करते हुये कहा कि मलवे की धनराशि का निर्धारण किसी भी दशा में अधिक न हो , मलवा की धनराशि निर्धारित करते समय मूल्यांकन नियमावली का पालन किया जाये साथ ही फिजीकल स्थिति भी देखी जाये, ताकि नीलामी के समय किसी भी प्रकार की कठिनाई न हो। उन्होंने मूल्यांकन के कार्य में रूचि न लेने, ध्वस्तीकरण की खराब स्थिति पाये जाने पर खण्ड शिक्षाधिकारी मैनपुरी, बरनाहल को चेतावनी जारी करने के भी निर्देश दिए।
जिलाधिकारी ने सभी खंड शिक्षा अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि कोई भी स्कूल बिना बाउंड्री के ना रहे। समाज के सेवाभावी लोगों से सहयोग लेकर भी निर्माण कार्य कराए जा सकते हैं ।
शिक्षण कार्य गुणवत्ता पूर्वक हो और सभी शिक्षक समय से पहुंचे इस ओर भी सभी शिक्षा अधिकारी ध्यान दें।
बच्चों के अभिभावकों को प्रेरित कर अधिक से अधिक संख्या में विद्यालय में बच्चों को पढ़ाया जाए।
बैठक में मुख्य विकास अधिकारी विनोद कुमार, मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. पी.पी. सिंह, डीसी मनरेगा पी.सी. राम, जिला विद्यालय निरीक्षक मनोज कुमार वर्मा, जिला समाज कल्याण अधिकारी अशोक कुमार, जिला दिव्यांगजन सशक्तीकरण अधिकारी महेंद्र कुमार, जिला पूर्ति अधिकारी क्यामुद्दीन अंसारी, परियोजना अधिकारी डूडा आर. के सिंह, अधिशाषी अधिकारी नगर पालिका लालचन्द भारती, समस्त खंड शिक्षाधिकारी, अधिशाषी अधिकारी नगर निकाय, खंड विकास अधिकारी आदि उपस्थित रहे । बैठक का संचालन जिला बेसिक शिक्षाधिकारी दीपिका गुप्ता ने किया।