सहारनपुर: सहारनपुर जिले के गागलहेड़ी थानाक्षेत्र के कैलाशपुर के शत्रुहनपुरी में बदमाशों ने एक परिवार को बंधक बनाकर लूटपाट की। घटना में बदमाशों ने तमंचे और चाकू के बल पर 50,000 रुपये की नगदी और एक आईफोन लूट लिया। लेकिन पीड़ित परिवार के शोर मचाने पर पड़ोसियों ने घेराबंदी कर दो बदमाशों को पकड़ लिया। इस दौरान बदमाशों द्वारा किए गए हमले में दो पड़ोसी घायल हो गए, जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
गागलहेड़ी थाना क्षेत्र के शत्रुहनपुरी निवासी सैफ अली खान ने बताया कि यह घटना देर रात करीब तीन बजे की है। चार बदमाश उनके घर के पीछे की दीवार से घर के अंदर घुस आए। बदमाशों ने परिवार को चाकू और तमंचे के बल पर बंधक बना लिया। इस दौरान सैफ के भाई की आंख खुल गई और उसने शोर मचाना शुरू कर दिया। मौके का फायदा उठाते हुए सैफ ने तुरंत पड़ोसियों को फोन किया और घर में बदमाशों के होने की सूचना दी।
पड़ोसियों ने मौके पर पहुंचकर बदमाशों को घेर लिया। इस दौरान बदमाशों ने शोर मचाने वाले पड़ोसियों पर हमला कर दिया, जिससे मुजम्मिल और अल्ताफ घायल हो गए। घायल पड़ोसियों को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
पकड़े गए बदमाशों से बरामदगी
घेराबंदी के दौरान पुलिस ने दो बदमाशों को पकड़ लिया। पकड़े गए बदमाशों में मोनू, पुत्र नबाब सिंह, निवासी ग्राम वशीपुरा, थाना दौराला, जिला मेरठ और तौसीफ, पुत्र जमीर, निवासी गप्पन रोड कैलाशपुर, थाना गागलहेड़ी शामिल हैं। पुलिस ने इनके पास से एक तमंचा, पांच कारतूस और एक चाकू बरामद किया।
इसके साथ ही पुलिस ने बदमाशों की एक बाइक भी बरामद की, जो घर के पीछे जंगल में छिपाई गई थी। हालांकि, दो बदमाश अपने साथी के साथ मिलकर घर से 50,000 रुपये और एक आईफोन लेकर फरार होने में सफल रहे।
पुलिस कार्रवाई
घटना की जानकारी मिलते ही गागलहेड़ी थाना पुलिस मौके पर पहुंची और गिरफ्तार किए गए बदमाशों को अपनी हिरासत में लिया। पुलिस ने इन बदमाशों के खिलाफ संबंधित धाराओं में मामला दर्ज कर लिया है और मामले की जांच शुरू कर दी है। पकड़े गए बदमाशों से पूछताछ की जा रही है और उनकी गिरफ्तारी के बाद पुलिस अन्य फरार बदमाशों को पकड़ने के प्रयास में जुटी है।
पड़ोसियों का साहसिक कदम
यह घटना इस बात को साबित करती है कि स्थानीय लोग अगर सचेत और सक्रिय रहें, तो अपराधियों का मुकाबला किया जा सकता है। पड़ोसियों की सूझबूझ और साहस के कारण ही दो बदमाशों को पकड़ने में सफलता मिली और वे बड़ी लूट की योजना को अंजाम नहीं दे पाए। इस साहसिक कदम ने पुलिस को भी सफलता दिलाई और अपराधियों को पकड़ा जा सका।