नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस ने एक कत्ल की गुत्थी को महज 24 घंटे के भीतर सुलझा लिया और दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। दिलचस्प बात यह है कि पुलिस ने इस कत्ल की गुत्थी इंस्टाग्राम की रील्स के माध्यम से सुलझाई। पीड़ित के मोबाइल फोन में इंस्टाग्राम रील्स से मिली जानकारी ने पुलिस को आरोपियों का सुराग दे दिया, जिसके बाद पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए आरोपियों को पकड़ लिया।
शव मिला सड़ी-गली हालत में
7 जनवरी 2025 को दिल्ली पुलिस कंट्रोल रूम में केशव पुरम थाना इलाके के रामपुर मोहल्ले से एक कॉल आई, जिसमें कहा गया कि एक मकान से तेज़ बदबू आ रही है। पुलिस की टीम जब मौके पर पहुंची और दरवाजा तोड़ा, तो वहां पर उन्हें एक शव मिला। शव का चेहरा सड़ा-गला था और अत्यधिक बदबू आ रही थी। पास में एक आधार कार्ड था, जिस पर “गोलू, उम्र 25 साल” लिखा हुआ था। पुलिस ने तुरंत शव की पहचान गोलू के रूप में की और हत्या के मामले में एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू कर दी।
पीड़ित के मोबाइल फोन ने दिलाई आरोपी तक पहुंच
नॉर्थ वेस्ट दिल्ली के डीसीपी भीष्म सिंह के अनुसार, पुलिस टीम ने हत्या के मामले में सीसीटीवी फुटेज और पीड़ित के मोबाइल फोन की जांच की। मोबाइल फोन की जांच में पुलिस को गोलू और उसके सहकर्मी रंजीत के बीच की कई इंस्टाग्राम रील्स मिलीं। इन रील्स से यह स्पष्ट हुआ कि गोलू और रंजीत अच्छे दोस्त थे, लेकिन रंजीत के बाद से गायब होने और उसका फोन स्विच ऑफ होने के कारण पुलिस का शक गहरा गया। इसके बाद पुलिस ने रंजीत के बारे में जानकारी जुटानी शुरू की और सीसीटीवी में उसकी उपस्थिति का भी पता चला।
छापेमारी और गिरफ्तारी
पुलिस ने रंजीत और उसके साथी नीरज वर्मा को पकड़ने के लिए छापेमारी शुरू कर दी। कुछ ही घंटों में पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। उनके पास से वह डंडा भी बरामद कर लिया गया, जिससे उन्होंने गोलू की हत्या की थी।
हत्या की हैरान करने वाली वजह
पूछताछ के दौरान दोनों आरोपियों ने पुलिस को बताया कि वे गोलू के साथ एक टेंट हाउस में काम करते थे। इससे पहले वे सभी एक जूते की फैक्ट्री में भी साथ काम कर चुके थे। दोनों आरोपियों का आरोप था कि गोलू अक्सर उन्हें अपमानित करता था, गालियां देता था, और एक बार उसने उनसे मारपीट भी की थी। इसके बाद दोनों ने गोलू की हत्या की साजिश रची और 7 जनवरी को गोलू को कमरे के अंदर डंडे से सर पर मारकर हत्या कर दी। हत्या के बाद दोनों आरोपी फरार हो गए थे, लेकिन पुलिस ने जल्दी ही उन्हें गिरफ्तार कर लिया।
पुलिस आरोपियों के दावों की जांच कर रही है और यह भी पता कर रही है कि क्या यह हत्या वाकई व्यक्तिगत विवाद के कारण हुई थी।
दिल्ली पुलिस की यह कार्रवाई और इंस्टाग्राम रील्स का इस्तेमाल करके हत्या के मामले को सुलझाना सचमुच चौंकाने वाला है। यह साबित करता है कि सोशल मीडिया और डिजिटल प्लेटफॉर्म्स का उपयोग अपराधों की जांच में भी किया जा सकता है। पुलिस ने अपनी तत्परता और कुशलता से महज 24 घंटे में एक जघन्य अपराध का पर्दाफाश कर दिया। अब मामले की और भी गहराई से जांच जारी है और आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।