अग्र भारत संवाददाता
मथुरा। त्योहारों के सीजन में उपभोक्ताओं को न केवल मिलावट बल्कि घटतौली का भी सामना करना पड़ रहा है। बांट-माप विभाग उपभोक्ताओं की समस्याओं से अनजान बना हुआ है। एलपीजी गैस सिलेंडरों में घटतौली की शिकायतों के बावजूद, इस बार विभाग ने त्योहार से पहले कोई जांच या अभियान नहीं चलाया।
घटतौली की समस्या इतनी गंभीर हो गई है कि कई हॉकरों द्वारा गैस सिलेंडरों में 2.5 किलोग्राम तक गैस कम दी जा रही है, जबकि घरेलू गैस सिलेंडर में 14.2 किलोग्राम गैस का होना अनिवार्य है। एक भरे हुए सिलेंडर का वजन लगभग 29.2 किलो होना चाहिए, जिसमें सिलेंडर का खाली वजन 15 किलो होता है। सिलेंडरों पर सही वजन की जानकारी होने के बावजूद घटतौली पर कोई ठोस कार्रवाई नहीं की जा रही है।
खासकर बाहरी सर्किल से आने वाले वाहनों में सिलेंडरों का वजन कम निकलने की शिकायतें हैं। स्थानीय आपूर्ति निरीक्षक इस संबंध में शिकायत मिलने पर भी जांच नहीं करते, जिससे दोषियों पर कोई कार्रवाई नहीं हो पाती। मंगलवार को रिफाइनरी थाना क्षेत्र में ऐसी ही एक घटना हुई। सीएजनी पेट्रोल पंप के पास कुछ लोगों ने एक गैस एजेंसी की बोलेरो पिकअप को रोका और उसमें कम वजन वाले सिलेंडरों की आशंका जताते हुए बांट-माप विभाग को सूचना दी।
हालांकि सूचना देने के एक घंटे बाद तक विभाग का कोई भी अधिकारी या कर्मचारी मौके पर नहीं पहुंचा, और सिलेंडर लदी गाड़ी मौके से चली गई। विभागीय अधिकारी गाड़ी के चले जाने के बाद पहुंचे, जिससे लोगों में गुस्सा भड़क उठा। अधिकारियों ने विरोध कर रहे लोगों को कार्रवाई का आश्वासन दिया, जिसके बाद लोग शांत हुए।