हाथरस में शिक्षक छोटेलाल गौतम के परिवार पर हुए जानलेवा हमले की पूरी कहानी अब सामने आ गई है. पुलिस जांच में एक चौंकाने वाला खुलासा हुआ है कि इस हमले की साजिश किसी और ने नहीं, बल्कि खुद छोटेलाल के सगे भतीजे सोनेलाल ने दुबई में बैठकर रची थी.
साजिश का खुलासा
पुलिस जांच के अनुसार, दुबई में रह रहे सोनेलाल ने अपने चचेरे भाई (छोटेलाल गौतम) के पूरे परिवार को खत्म करने के लिए दो लाख रुपये की सुपारी दी थी, जिसमें से 20 हजार रुपये एडवांस के तौर पर भेजे भी गए थे.
हमले का घटनाक्रम
बुधवार रात, आरोपी विकास और उसके साथी लालूपाल ने हाथरस की आशीर्वाद धाम कॉलोनी स्थित छोटेलाल गौतम के घर में घुसकर इस खौफनाक वारदात को अंजाम दिया. आरोपियों ने सोते समय पहले छोटेलाल की दो मासूम बेटियों, 13 वर्षीय सृष्टि और 7 वर्षीय विधि, की चाकू से निर्मम हत्या कर दी. इसके बाद, उन्होंने शिक्षक छोटेलाल और उनकी पत्नी वीरांगना पर भी जानलेवा हमला किया. हालांकि, वीरांगना ने बहादुरी दिखाते हुए शोर मचाया, जिससे आस-पड़ोस के लोग मौके पर पहुँच गए और आरोपी भागने पर मजबूर हो गए.
आरोपियों की गिरफ्तारी
गुरुवार रात पुलिस ने एक मुठभेड़ के बाद दोनों आरोपियों, विकास और लालूपाल, को गिरफ्तार कर लिया. पुलिस के मुताबिक, आरोपियों ने भागने की कोशिश की और पुलिस पर फायरिंग भी की, जिसके जवाब में पुलिस की कार्रवाई में उनके पैरों में गोली लगी. फिलहाल दोनों आरोपियों का जिला अस्पताल में इलाज चल रहा है. पूछताछ के दौरान, दोनों आरोपियों ने खुलासा किया कि उन्हें दुबई में बैठे सोनेलाल ने इस परिवार को खत्म करने की सुपारी दी थी.
घायलों की स्थिति और वीरांगना का बयान
इस हमले में गंभीर रूप से घायल शिक्षक छोटेलाल और उनकी पत्नी वीरांगना का अलीगढ़ के जेएन मेडिकल कॉलेज में इलाज चल रहा है. दोनों की हालत नाजुक बनी हुई है. अपनी बेटियों को खोने के गहरे दुख में डूबी वीरांगना ने कहा, “संपत्ति के लालच में हमारा अपना खून इतना गिर जाएगा, यह हमने कभी सोचा भी नहीं था.”
मुख्य साजिशकर्ता की गिरफ्तारी के प्रयास
हाथरस पुलिस ने दुबई में बैठे मुख्य साजिशकर्ता सोनेलाल की लोकेशन ट्रेस कर ली है और उसकी गिरफ्तारी के लिए यूएई दूतावास से संपर्क किया जा रहा है. जल्द ही पुलिस की एक टीम दुबई रवाना हो सकती है. पुलिस के अनुसार, परिवार के बीच संपत्ति को लेकर लंबे समय से विवाद चल रहा था, जिसके चलते सोनेलाल ने इस जघन्य अपराध को अंजाम देने की साजिश रची. वीरांगना ने यह भी कहा कि अपनी बेटियों को खोने के बाद अब उनके जीने का कोई मतलब नहीं रह गया है.