इटावा। इटावा शहर में लगे एक बीएसएनएल के टावर पर एक शख्स चढ़ गया और और उसने जमकर हंगामा किया। जैसे ही इसकी जानकारी अफसरों को हुई तो पूरा जिला प्रशासन मौके पर पहुंच गया और को नीचे उतारने की जद्दोजहद में जुट गया, लेकिन व्यक्ति अपने अधिकारियों को बुलाने की जिद पर अड़ा रहा। युवक टावर पर चढ़ने के बाद वहां से कूदकर अपनी जान देने की धमकी देने लगा। इससे पुलिस वालों के हाथ-पांव फूल गए। कई घंटे तक ये हाई वोल्टेज ड्रामा चलता रहा।
दरअसल इटावा की तहसील जसवंतनगर इलाके का ये पूरा मामला है। जहां कुकावली गांव में डाक सेवक के पद पर कार्यरत सत्येंद्र सिंह बीएसएनएल के 100 फुट ऊंचे टावर पर चढ़ गया। नौकरी पर रहने के दौरान उस पर गबन का आरोप लगा था, जिसके चलते उसे निलंबित किया गया था। करीब एक साल से सत्येंद्र अपनी बहाली के लिए अधिकारियों के पास चक्कर काट रहा है, लेकिन वो पोस्ट ऑफिस प्रधान डाकघर पर आया हुआ था। फिर अचानक से वो बीएसएनल के 100 फिट ऊंचे टावर पर चढ़ गया और चिल्लाते हुए मांग करने लगा कि उसकी बहाली की जाए। वो कहने लगा कि उसके ऊपर लगाए गए गबन का आरोप गलत हैं। सत्येंद्र ने अपने अधिकारी टीपी सिंह पर उत्पीड़न करने का आरोप भी लगाया। सत्येंद्र का कहना है कि उसे गबन के मामले में गलत तरीके से फंसाया गया है।
घटना की जानकारी मिलने पर पुलिस अधिकारियों सहित एसडीएम सदर और सिटी मजिस्ट्रेट मौके पर पहुंचे। कुछ देर बाद सत्येंद्र की पत्नी और बच्चे भी मौके पर पहुंचे। एसडीएम के बुलाने पर पोस्ट मास्टर आशीष सक्सेना भी पहुंचे। सभी सत्येंद्र से नीचे उतरने का कहने लगे। 4 घंटे के हाई वोल्टेज ड्रामे के बाद सत्येंद्र नीचे उतरकर आया। फिर पुलिस ने उसे पकड़ कर मेडिकल कराने के लिए अस्पताल भेज दिया। पूरे मामले पर सिटी मजिस्ट्रेट अरुण कुमार गोंड का कहना है कि पोस्ट ऑफिस कर्मचारी एक साल से निलंबित चल रहा है। नौकरी की बहाली की मांग लेकर वो टावर पर चढ़ गया था। 4 घंटे बाद उसे सकुशल उतारा गया है।