फतेहपुर सीकरी, उत्तर प्रदेश: अजमेर शरीफ के उर्स में शिरकत करने के बाद इस बार भी हजारों जायरीन फतेहपुर सीकरी स्थित हजरत शेख सलीम चिश्ती की दरगाह में मत्था टेकने पहुंचे। हर साल की तरह इस बार भी सीकरी में जायरीनों का सैलाब उमड़ा, जो परंपरागत रूप से हजरत शेख सलीम चिश्ती की दरगाह पर जाकर आशीर्वाद प्राप्त करते हैं।
अजमेर शरीफ से सीकरी तक जायरीनों का सिलसिला
जायरीन, जो प्रतिवर्ष अजमेर शरीफ के उर्स में शिरकत करने के बाद सीकरी में हजरत शेख सलीम चिश्ती की दरगाह में माथा टेकने के लिए आते हैं, इस बार भी इस परंपरा को बनाए रखते हुए बड़ी संख्या में सीकरी पहुंचे। रात भर से ही विभिन्न स्थानों से वाहन और लोग सीकरी की ओर आ रहे थे। फतेहपुर सीकरी में स्थित आगरा गेट और गुलिस्तान वाहन पार्किंग में जायरीनों के वाहनों को सुरक्षित रूप से पार्क किया गया। हालांकि, वाहनों की अधिक संख्या के कारण सीकरी हाइवे पर कई किलोमीटर लंबी कतारें लग गईं, जिससे यातायात व्यवस्था पर भी दबाव पड़ा।
ठिठुरन भरी सर्दी में हजारों जायरीनों की श्रद्धा का दृश्य
ठंडी रात और सर्दी के बावजूद हजारों जायरीनों ने दरगाह में जाकर हजरत शेख सलीम चिश्ती की दरगाह में मत्था टेका और श्रद्धा पूर्वक जियारत की। दरगाह प्रबंधन ने जायरीनों के लिए प्रसाद वितरण की व्यवस्था की, जिससे जायरीन अपनी यात्रा के दौरान आशीर्वाद प्राप्त कर सके। इसके अलावा, दरगाह के आसपास का माहौल पूरी तरह से श्रद्धा से ओत-प्रोत था।
सुविधाओं का विशेष ध्यान, प्रशासन की व्यवस्था
जायरीनों की बढ़ती संख्या को देखते हुए फतेहपुर सीकरी पालिका प्रशासन ने विशेष व्यवस्था की थी। पालिका अध्यक्ष शबनम मोहम्मद इस्लाम के निर्देशन में पेयजल, मार्ग प्रकाश और अन्य सुविधाओं की व्यवस्था की गई। प्रशासन ने मार्ग पर प्रकाश व्यवस्था को सुनिश्चित किया ताकि जायरीनों को किसी भी प्रकार की असुविधा का सामना न करना पड़े।
यातायात और सुरक्षा व्यवस्था पर प्रशासन की नजर
सीकरी में भारी संख्या में जायरीनों के आने के कारण यातायात और सुरक्षा व्यवस्था को लेकर भी प्रशासन ने विशेष इंतजाम किए थे। प्रभारी निरीक्षक धर्मेंद्र दहिया अपनी पुलिस फोर्स के साथ मौके पर तैनात रहे। उन्होंने यातायात के निर्बाध संचालन के लिए गाड़ियों की पार्किंग व्यवस्था और मार्ग पर यातायात नियंत्रण किया। साथ ही, जायरीनों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए पुलिस बल पूरी तत्परता से मौजूद था।
स्वयंसेवी संस्थाओं की सेवा
इतना ही नहीं, कई निजी स्वयंसेवी संस्थाओं ने भी इस धार्मिक आयोजन के दौरान जायरीनों की सेवा की। इन संस्थाओं ने न सिर्फ जलापूर्ति और अन्य सेवा कार्यों में मदद की, बल्कि धार्मिक आयोजनों के दौरान जायरीनों को विशेष ध्यान और सुविधा प्रदान की। इन संस्थाओं ने अपनी सेवाओं से जायरीनों का दिल जीता।
जायरीनों की श्रद्धा और उत्साह
सीकरी की दरगाह पर उमड़ी इस भीड़ का मुख्य कारण हजरत शेख सलीम चिश्ती के प्रति जायरीनों की गहरी श्रद्धा और विश्वास है। यहां आने के बाद जायरीन मानसिक और आत्मिक शांति का अनुभव करते हैं। इस बार भी सीकरी में जायरीनों का यह समागम दिखाता है कि लोग धार्मिकता और आस्था के प्रति कितने समर्पित हैं।
फतेहपुर सीकरी स्थित हजरत शेख सलीम चिश्ती की दरगाह पर हर साल लाखों जायरीन श्रद्धा पूर्वक माथा टेकने आते हैं। इस वर्ष भी अजमेर शरीफ के उर्स के बाद जायरीनों का सैलाब सीकरी में उमड़ आया। प्रशासन और स्वयंसेवी संस्थाओं ने इस धार्मिक आयोजन को सफल बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ी और जायरीनों को हर संभव सुविधा प्रदान की।