पिपहेरा, राजस्थान: हरियाली तीज उत्सव के पावन अवसर पर, गायत्री प्रज्ञा मंडल बसई नवाब द्वारा पिपहेरा गांव में एक अनूठा और भव्य ‘त्रिपथ वृक्ष कावड़ यात्रा’ का आयोजन किया गया. श्रीधाम मढ़ेकी वाले बालाजी मंदिर पिपहेरा परिसर से शुरू हुई इस यात्रा का लक्ष्य 10,000 वृक्षारोपण करना है, जो पर्यावरण संरक्षण के प्रति एक बड़ा कदम है. यह कार्यक्रम रविवार, 27 जुलाई 2025 (श्रावण शुक्ल तृतीया वि. सं. 2082) को सुबह 6:00 बजे से 10:00 बजे तक आयोजित किया गया.
3100 कन्याओं और मातृशक्ति ने उठाई ‘वृक्ष कावड़’
पिपहेरा गांव के सामाजिक कार्यकर्ता भूपेन्द्र त्यागी ने बताया कि इस अनूठी यात्रा में 3100 कन्याओं और मातृशक्ति ने भाग लिया. उन्होंने कावड़ के रूप में दो-दो वृक्ष रखकर श्रीधाम मंदिर से उन स्थलों तक यात्रा की जहाँ वृक्षारोपण होना था. यात्रा से पूर्व भारत माता का पूजन किया गया, जिसने कार्यक्रम में देशभक्ति और पर्यावरण प्रेम का अद्भुत संगम दिखाया.
तीन पथों पर निकली ‘त्रिपथ यात्रा’
यह ‘त्रिपथ वृक्ष कावड़ यात्रा’ तीन प्रमुख मार्गों पर निकली:
- प्रथम पथ (ब्राह्मणी पथ): यह पथ श्रीधाम मंदिर से हरनाथ के नगला तक गया.
- द्वितीय पथ (रमा पथ): यह पथ श्रीधाम से पिपहेरा के परिक्रमा मार्ग या अटल पथ व पाटे का पुरा तक फैला था.
- तृतीय पथ (रुद्राणी पथ): यह पथ श्रीधाम मंदिर से बसई नवाब तक रहा.
गायत्री प्रज्ञा मंडल बसई नवाब क्षेत्र की सभी कन्याओं व मातृशक्ति ने हरियाली तीज के इस कार्यक्रम में बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया.
प्रशासनिक अधिकारी और सामाजिक कार्यकर्ताओं की उपस्थिति
वृक्षारोपण कार्यक्रम में कई गणमान्य व्यक्तियों और प्रशासनिक अधिकारियों की उपस्थिति रही, जिससे इस पहल को और बल मिला. इनमें एसडीएम कर्मवीर सिंह, तहसीलदार मनोज भारद्वाज, पंचायत सचिव निशा, पटवारी दुर्गा सिंह सिहाग और गाँव के कई सामाजिक कार्यकर्ता शामिल थे. लोगों ने इस कार्यक्रम में उत्साहपूर्वक भाग लिया, जिससे यह एक बड़ी सफलता साबित हुई.
संरक्षक और संयोजक की भूमिका
कार्यक्रम के संरक्षक श्री श्री 1008 श्री द्वारिका दास जी महाराज (महंत श्रीधाम मढ़ेकी वाले बालाजी, पिपहेरा) थे, जिनका आशीर्वाद इस सफल आयोजन के पीछे रहा. कार्यक्रम के संयोजक श्रीमान अतर सिंह जी, जो राजकीय सेवा में अध्यापक और गायत्री प्रज्ञा मंडल बसई नवाब के व्यवस्थापक भी हैं, ने इस आयोजन को मूर्त रूप देने में अहम भूमिका निभाई.
कार्यक्रम की अध्यक्षता जिला कलेक्टर श्रीनिधि बीटी जी ने की. इस भव्य आयोजन ने पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूकता बढ़ाने और स्थानीय समुदाय को एकजुट करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई.