मोतिहारी/गोपालगंज: बिहार में छठ पूजा का महापर्व पूरे श्रद्धा और भक्ति के साथ मनाया गया। इस दौरान बिहार के मोतिहारी जिले के एसपी स्वर्ण प्रभात और उनकी पत्नी आईएएस अधिकारी प्रतिभा रानी की अनूठी आस्था ने सभी का ध्यान आकर्षित किया। एसपी स्वर्ण प्रभात ने छठ पूजा के दौरान 36 घंटे का निर्जला व्रत रखा, जो अब चर्चा का विषय बन गया है।
36 घंटे का निर्जला व्रत: एक अनूठा उदाहरण
एसपी स्वर्ण प्रभात की आस्था और उनके समर्पण की मिसाल पूरे बिहार में दी जा रही है। उन्होंने 36 घंटे का निर्जला व्रत रखा, जिसमें उन्होंने न सिर्फ खुद को बल्कि अपनी पत्नी आईएएस अधिकारी प्रतिभा रानी को भी इस विशेष पूजा में शामिल किया। इस व्रत के दौरान दोनों अधिकारियों ने अपने परिवार के साथ मिलकर छठ पूजा का अनुष्ठान किया और प्रसाद वितरण भी किया।
एसपी स्वर्ण प्रभात ने यह व्रत अपने परिवार के साथ पहली बार रखा, जिसे लेकर उनके परिवार के अन्य सदस्य भी उपस्थित थे। उनकी बहन पुष्पांजलि कुमारी, दीपांजलि कुमारी और विजय वर्मा समेत उनके माता-पिता भी इस पूजा में शामिल हुए।
आईएएस-आईपीएस दंपती का योगदान
आईएएस अधिकारी प्रतिभा रानी, जो बिहार एड्स नियंत्रण सोसाइटी की परियोजना निदेशक और जल-जीवन हरियाली मिशन निदेशक हैं, ने भी इस व्रत में अपने पति स्वर्ण प्रभात का साथ दिया। दोनों अधिकारियों की आस्था और समर्पण ने छठ पूजा के प्रति उनकी श्रद्धा को और भी गहरा किया।
अधिकारियों के बीच छठ पूजा की आस्था
स्वर्ण प्रभात और उनकी पत्नी के अलावा, बिहार के कई अन्य आईएएस और आईपीएस अधिकारियों ने भी इस महापर्व को श्रद्धा और आस्था के साथ मनाया। गोपालगंज में डीएम प्रशांत कुमार सीएच, एसपी अवधेश दीक्षित और उप विकास आयुक्त आईएएस कुमार निशांत विवेक ने हजियापुर कैथवलिया छठ घाट पर पहुंचकर उदीयमान भगवान भास्कर को अर्घ्य दिया। इसी प्रकार, भागलपुर में डीएम डॉ. नवल किशोर चौधरी और एसएसपी आनंद कुमार ने भी महापर्व की पूरी श्रद्धा के साथ पूजा की और उदीयमान सूर्य को अर्घ्य अर्पित किया।
पटना में भी आईएएस अधिकारी नवीन सिंह ने गंगा नदी के घाट पर पहुंचकर छठ पूजा के इस पवित्र अवसर पर सूर्य देव को अर्घ्य अर्पित किया।
वायरल हो रहा आईएएस-आईपीएस दंपती का समर्पण
एसपी स्वर्ण प्रभात और उनकी पत्नी की आस्था और समर्पण अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। उनके इस अनूठे प्रयास ने न केवल प्रशासनिक दुनिया में बल्कि आम जनता में भी श्रद्धा और भक्ति का नया उत्साह पैदा किया है।