आगरा: रहन कला टोल पर चार दिन से चल रहे संयुक्त किसान मोर्चा के धरने के दौरान कई बुजुर्ग और महिलाओं की तबीयत बिगड़ने की खबर सामने आई है। धरने में शामिल प्रदर्शनकारियों का कहना है कि उनके अधिकारों की रक्षा के लिए यह आंदोलन जारी रहेगा, लेकिन इस दौरान कई लोग गर्मी और लगातार बैठने की स्थिति में होने के कारण बीमार हो गए हैं।
धरने में शामिल प्रेमवती, मिथिलेस, हाकीम सिंह सहित अन्य किसानों की तबीयत बिगड़ी और उन्हें इलाज के लिए मेडिकल टीम को बुलाना पड़ा। इन बुजुर्ग और महिलाओं की स्थिति देखकर आसपास के लोग चिंतित हैं और धरने के आयोजकों से उचित स्वास्थ्य सेवाएं मुहैया कराने की मांग कर रहे हैं।
किसान मोर्चा का संदेश
संयुक्त किसान मोर्चा के सदस्यों ने स्पष्ट किया है कि वे अपनी मांगों के समाधान तक अपना धरना जारी रखेंगे। उन्होंने कहा कि यह आंदोलन किसानों के अधिकारों और सरकार द्वारा लाए गए कृषि कानूनों के खिलाफ है। उनका कहना है कि सरकार को किसानों के मुद्दों पर गंभीरता से विचार करना चाहिए और जल्द से जल्द समाधान करना चाहिए।
स्थानीय प्रशासन की ओर से कदम
धरने के चलते वहां तैनात पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों ने स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने के लिए मेडिकल टीम भेजी है। इसके अलावा, कई प्रशासनिक अधिकारियों ने धरना स्थल का दौरा किया और वहां के हालात की जानकारी ली।
हालांकि धरने के समर्थन और विरोध के बीच तनाव बना हुआ है, लेकिन स्थानीय प्रशासन का कहना है कि वे दोनों पक्षों के हितों का ध्यान रखते हुए स्थिति को शांतिपूर्ण बनाए रखने के प्रयास कर रहे हैं।
विरोध के बावजूद धरना जारी रखने का संकल्प
धरने के आयोजकों ने बताया कि वे जब तक उनकी मांगे पूरी नहीं हो जातीं, तब तक धरना जारी रखने का संकल्प ले चुके हैं। उन्होंने स्थानीय प्रशासन से भी अनुरोध किया है कि वे धरने के दौरान स्वास्थ्य सुविधाएं सुनिश्चित करें ताकि आंदोलन में शामिल लोगों को किसी प्रकार की परेशानी का सामना न करना पड़े।
रहन कला टोल पर चल रहे इस धरने की वजह से वहां का माहौल काफी तनावपूर्ण बना हुआ है। हालात को देखते हुए प्रशासन ने ऐतिहात के तौर पर जरूरी कदम उठाए हैं, लेकिन धरने में शामिल लोग अपनी मांगों के समर्थन में मजबूती से खड़े हुए हैं। अब देखना यह है कि सरकार और प्रशासन इस मुद्दे को किस प्रकार सुलझाते हैं और धरने के आयोजक अपनी मांगों को लेकर किस दिशा में कदम बढ़ाते हैं।