कायमगंज में हुई दो सहेलियों की मौत के मामले ने इलाके में सनसनी फैला दी है। पुलिस ने पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर कहा कि दोनों लड़कियों ने फांसी लगाकर खुदकुशी की है, लेकिन मृतकों के परिवार वाले इस बात से सहमत नहीं हैं। वे आरोप लगा रहे हैं कि उनकी बेटियों की हत्या की गई है और फिर उनके शवों को फांसी पर लटका दिया गया।
क्या है पूरा मामला?
मंगलवार को दोनों सहेलियों के शव एक पेड़ पर लटके हुए मिले थे। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर जांच शुरू की और पोस्टमार्टम के लिए शवों को भेज दिया। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में फांसी से मौत की पुष्टि हुई। लेकिन मृतकों के परिवार वालों ने कई सवाल उठाए हैं।
पेड़ पर चढ़ने के निशान नहीं
परिवार वालों का कहना है कि अगर लड़कियां खुदकुशी करने पेड़ पर चढ़ी थीं तो उनके पैरों में मिट्टी लगी होती। लेकिन ऐसा कुछ भी नहीं मिला।
दुपट्टे का अजीब तरीका
दोनों लड़कियों के गले में एक ही दुपट्टा लपेटा हुआ था। लेकिन दुपट्टे का जिस सिरे पर अधिक वजन वाली लड़की लटकी हुई थी, वह ऊपर था। जबकि कम वजन वाली लड़की नीचे थी, जो कि तर्क के खिलाफ है।
मोबाइल फोन और सिम कार्ड
घटनास्थल से एक मोबाइल फोन और एक अतिरिक्त सिम कार्ड भी मिला है, जिससे यह संदेह पैदा होता है कि किसी और ने इस घटना को अंजाम दिया हो।
पुलिस की जांच
पुलिस इस मामले की जांच कर रही है और मोबाइल फोन की कॉल डिटेल और घटनास्थल पर मिले अन्य सबूतों के आधार पर मामले को सुलझाने की कोशिश कर रही है।
क्या है सच्चाई?
फिलहाल यह कहना मुश्किल है कि दो सहेलियों की मौत कैसे हुई। क्या यह खुदकुशी थी या हत्या? पुलिस की जांच के बाद ही इस सवाल का जवाब मिल पाएगा।
यह मामला क्यों है महत्वपूर्ण?
यह मामला इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि यह दिखाता है कि कभी-कभी मौत की वजह इतनी आसानी से पता नहीं चल पाती। पुलिस को हर एंगल से जांच करनी चाहिए ताकि दोषी को सजा मिल सके और मृतकों के परिवार को न्याय मिल सके।