UP News: सपा प्रमुख अखिलेश यादव हाउस अरेस्ट? लखनऊ में बढ़ा सियासी हंगामा!

BRAJESH KUMAR GAUTAM
3 Min Read

लखनऊ: समाजवादी पार्टी (सपा) के मुखिया अखिलेश यादव को आज पुलिस ने उनके आवास पर बैरिकेडिंग कर रोक दिया है। यह घटना समाजवादी नेता जयप्रकाश नारायण की जयंती पर श्रद्धांजलि देने के लिए जेपी एनआईसी जाने के उनके ऐलान से पहले हुई। लखनऊ पुलिस ने उनके घर के बाहर भारी पुलिस बल तैनात किया है, जिसके विरोध में सपा नेता और कार्यकर्ता सुबह से बैरिकेड्स पर चढ़कर प्रदर्शन कर रहे हैं।

अखिलेश यादव का विरोध

अखिलेश यादव ने इस घटना पर एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि भाजपा सरकार का हर कदम नकारात्मकता का प्रतीक है। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि पिछली बार की तरह उन्हें जय प्रकाश नारायण की जयंती पर उनकी मूर्ति पर माल्यार्पण करने से रोका जा रहा है।

See also  आगरा में U-23 कुश्ती ट्रायल 3 अगस्त को, पहलवानों को समय से पहुंचने की सलाह

सपा मीडिया सेल ने भी सोशल मीडिया पर सवाल उठाया है कि क्या अखिलेश यादव को हाउस अरेस्ट किया गया है। इस बीच, वरिष्ठ सपा नेता शिवपाल यादव को इटावा से लखनऊ के लिए जाते समय पुलिस ने रोक दिया, जिससे उन्होंने भी नाराजगी जताई है।

सपा नेताओं की प्रतिक्रिया

शिवपाल यादव ने एक्स पर लिखा कि “सत्ता के मद में चूर भाजपा लोकतंत्र की बैरिकेडिंग करना चाहती है।” उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में तानाशाही लंबे समय तक नहीं चल सकती।

सपा मीडिया सेल ने सरकार पर आरोप लगाया कि वह जयप्रकाश नारायण जैसे महान क्रांतिकारी का अपमान कर रही है। उन्होंने भाजपा सरकार पर जातिवादी भेदभाव करने का भी आरोप लगाया है।

See also  152 रैंक हासिल कर किसान पुत्र देवराज ने किया आगरा का नाम रोशन

अखिलेश यादव का कार्यक्रम

अखिलेश यादव ने कल रात अपने काफिले के साथ जेपी एनआईसी पहुंचने की कोशिश की, लेकिन गेट पर उन्हें चादर की टीन लगी मिली। पिछले साल भी उन्होंने इसी तरह की स्थिति का सामना किया था, जब उन्होंने गेट फांदकर श्रद्धांजलि दी थी। इस बार, उन्होंने घर के बाहर ही माल्यार्पण किया।

अखिलेश ने कहा, “अगर आज त्योहार नहीं होता तो हम बैरिकेडिंग तोड़ देते। यह सरकार गूंगी, बहरी और अंधी हो गई है।”

सरकार का बचाव

यूपी सरकार ने कहा है कि जेपी एनआईसी में निर्माण कार्य चल रहा है और जंगली पशुओं की संभावित मौजूदगी को देखते हुए सुरक्षा के कारण बैरिकेडिंग की गई है। प्रशासन ने यह भी कहा कि अखिलेश यादव को वीआईपी मानते हुए उनकी सुरक्षा के लिए यह कदम उठाया गया था।

See also  यूपी पुलिस का सिपाही पिता की हत्या के आरोप में गिरफ्तार

अखिलेश यादव की हाउस अरेस्ट की चर्चाएँ और उनके खिलाफ चल रहा विरोध प्रदर्शन उत्तर प्रदेश की राजनीति में एक महत्वपूर्ण मोड़ साबित हो सकता है। इस मुद्दे पर प्रतिक्रिया देने वाले अन्य राजनीतिक दलों की प्रतिक्रियाएँ भी आने वाली समय में और सियासी हलचलें उत्पन्न कर सकती हैं।

 

 

 

See also  आगरा में U-23 कुश्ती ट्रायल 3 अगस्त को, पहलवानों को समय से पहुंचने की सलाह
Share This Article
Leave a Comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Advertisement