उत्तर प्रदेश के महोबा जिले में बीते दिनों बेहद शर्मशार कर देने वाली घटना सामने आई है। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता की संदिग्ध परिस्थितियों में हुई मौत के मामले में बड़ा खुलासा हुआ है। सड़क हादसे में घायल भाजपा नेता को अस्पताल ले जाने के दौरान सिपाही ने अपने दो साथियों के साथ लूट की वारदात को अंजाम दिया था। भाजपा नेता की सोने की चेन, चार अंगूठियां और दो मोबाइल लूट लिए थे। इस खुलासे के बाद से वर्दीधारी की करतूत को सुनकर हर कोई चकित है, सोच में पड़े है की रक्षक ही भक्षक बन गए ।सिपाही ने खाकी के दामन को दागदार कर मानवता को ही शर्मसार कर डाला है। फिलहाल पुलिस ने 24 घंटे के अंदर ही लुटेरे कांस्टेबल नीलकमल सहित दो अन्य आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।महोबा पुलिस अधीक्षक पलाश बंसल ने बताया कि चरखारी कोतवाली क्षेत्र के सूपा खुड़ा के पास एक सड़क हादसा हुआ था। UP Police सिपाही ने भाजपा नेता के साथ कर किया कांड;लोग नहीं कर पा रहे यकीन;हर कोई कहा रहा- ऐसा कैसे हो सकता है
आइये विस्तार से समझते हैं पूरा मामला
बीते रोज चरखारी कोतवाली कस्बा के भारतीय जनता पार्टी के युवा मोर्चा मंडल अध्यक्ष 26 वर्षीय सचिन पाठक खून से लथपथ महोबा रोड पर पड़े मिले थे। सचिन पाठक की इलाज के दौरान दर्दनाक मौत हो गई थी। सचिन की संदिग्ध मौत पर मृतक के भाई देवेंद्र और अन्य परिजनों ने मोबाइल, अंगूठियां,चेन गायब देख लूट के बाद हत्या करने की आशंका जताई थी। सचिन की संदिग्ध मौत की सूचना पर राज्य मंत्री राकेश राठौर सहित विधायक,पूर्व सांसद और कार्यकर्ताओं ने उक्त मामले के जल्द से जल्द खुलासे की मांग की थी।
24 घंटे में हो गया खुलासा
इस मामले को पुलिस अधीक्षक पलाश बंसल ने गंभीरता से लिया और यही कारण है कि घटना के खुलासे के लिए चार पुलिस टीमों का गठन किया गया था। 24 घंटे के अंदर पुलिस ने जब घटना का खुलासा किया तो सभी दंग रह गए कि कैसे डायल 112 में ड्यूटी कर रहे पीआरवी 5821 के सिपाही ने देश की सेवा और फर्ज की कसम को दरकिनार कर मानवता को ही शर्मसार का डाला था।
जानें कैसे हुई थी वारदात
बताया जाता है कि मृतक भाजपा नेता सचिन पाठक 16 सितंबर की देर रात अपने एक मित्र को रेलवे स्टेशन छोड़ने के बाद वापस घर लौट रहे थे तभी सड़क हादसे में गंभीर रूप से घायल हो गए थे। सूचना पर पर पीआरआर वाहन मदद के लिए पहुंचा था। जहां पीआरवी में तैनात सिपाही नीलकमल ने खून से लथपथ सचिन पाठक की मदद से पहले उसके साथ लूट की घिनौनी वारदात को अंजाम दे डाला। सचिन पाठक की चार अंगूठियां,सोने की चेन,दो मोबाइल लूट कर अपने दो अन्य साथियों को देकर फरार करा दिया और खुद एंबुलेंस से घायल सचिन पाठक को जिला अस्पताल पहुंचाया था, जहां इलाज के दौरान सचिन पाठक की मौत हो गई थी।
सिपाही गिरफ्तार, सलाखों ले पीछा पंहुचा
ऐसे में पुलिस ने आरोपी पीआरवी।गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस अधीक्षक पलाश बंसल बताते हैं कि घटना में मृतक के परिजनों द्वारा लूट और हत्या की आशंका व्यक्त की गई थी और तहरीर के आधार पर पुलिस ने अभियोग भी पंजीकृत किया था, लेकिन जब इस मामले का खुलासा हुआ तो पता चला कि मदद के लिए पहुंची पीआरबी में तैनात कांस्टेबल नीलकमल ने अपने दो अन्य साथी उमेश चंद्र गुप्ता और जवाहर पाटकार को गिरफ्तार किया है।तीनों अभियुक्तों से जब पूछताछ की गई तो घटना के अनावरण के साथ-साथ मृतक भाजपा नेता से लूटा गया माल भी बरामद कर लिया गया है।
बहरहाल पुलिस ने तीनों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर वैधानिक कार्रवाई की है,लेकिन इस वारदात के बाद से खाकी पर विश्वास करने वाले लोग हैरत में हैं कि कैसे मजबूर,असहाय,गरीबों और घायलों की मदद के लिए काम करने वाली खाकी ने मानवता को ही दागदार कर दिया और घायल को उचित इलाज दिलाने के बजाय लूट की घिनौनी वारदात को अंजाम दिया गया।भले ही पुलिस ने भाजपा नेता सचिन पाठक की मौत का खुलासा कर तीनों को गिरफ्तार कर लिया हो,लेकिन कहीं ना कहीं इस वारदात से खाकी का दामन दागदार हुआ है।