लखनऊ: उत्तर रेलवे के फतेह अली रेलवे कॉलोनी में देर रात एक मकान की छत ढह गई, जिससे पांच लोगों की जान जाने का दुखद मामला सामने आया। बारिश के बाद मकान की कमजोर चादर ढह गई थी। सुबह सफाईकर्मियों ने हादसे की सूचना पुलिस को दी, जिसके बाद पुलिस और एनडीआरएफ की टीम मौके पर पहुंची।
टीम ने मलबा हटाकर पांच लोगों को बाहर निकाला और उन्हें इलाज के लिए लोकबंधु अस्पताल भेज दिया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। इस घटना से इलाके में हड़कंप मच गया और सुबह लोगों के मनोबल पर असर दिखाई दिया, जिसके बाद पुलिस को बुलाना पड़ा।
इस दुखद घटना के पीड़ितों में सतीश चंद्र (40), सरोजनी देवी (35), हर्षित (13), हर्षिता (10), और अंश (5) शामिल हैं। पुलिस अधिकारी डीसीपी पूर्व हृदेश कुमार ने बताया कि पुरानी रेलवे कॉलोनी में घर की छत ढह गई थी, और परिवार के पांचों लोगों को मलबे से निकालकर अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
जानकारी के मुताबिक, उत्तर रेलवे लखनऊ मंडल की फतेह अली कॉलोनी में करीब 200 परिवार रहते हैं, और यहां के ज्यादातर मकान जर्जर होने के चलते कंडम घोषित किए जा चुके हैं। इसके बावजूद, रेलवे प्रशासन ने लोगों से मकान खाली करवाने के बजाय उन्हें यहां रहने की इजाज़त दी थी, जिसके परिणामस्वरूप यह दुर्भाग्यपूर्ण घटना हुई। जिस मकान की छत गिरी थी, उस समय मकान में पांच लोग थे, जिनकी मौके पर मौत हो गई।
यह घटना बेहद दुखद है, और डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने गहरा दुख जताते हुए त्वरित राहत कार्य के निर्देश दिए हैं। उन्होंने बताया कि रेलवे का यह मकान काफी पुराना था और इसमें किसी अन्य व्यक्ति का फंसाव नहीं था। इस घटना के कारण मलबे को तुरंत हटाने का प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने प्रीतित परिवार के शेष सदस्यों को सरकारी मदद की योजना बनाने का आश्वासन दिया है।