तैयार की जा रही आंदोलन को आगे बढ़ाने की रणनीति
दीपक शर्मा,अग्रभारत
वृन्दावन। विश्व प्रसिद्ध श्री ठाकुर श्री बांके बिहारी मंदिर के प्रस्तावित कॉरिडोर के विरोध में बड़े जन आंदोलन की रूपरेखा तैयार की जा रही है। सामाजिक, राजनीतिक संगठनों के साथ स्थानीय लोग अलग अलग इस मुद्दे पर विरोध दर्ज करा रहे हैं। अब आंदोलन को एक मंच पर लाने के प्रयास शुरू हो गए हैं।
इसके लिए एक संघर्ष समिति का गठन किया गया है जिसे वृंदावन बचाओ समिति का नाम दिया है। इसी समिति के बैनर तले आंदोलन को सफल बनाने की रणनीति पर मंथन किया जा रहा है। कारीडोर की जद में आने वाले मकानों और दुकानों को लेकर विरोध की सुगबुगाहट है। कॉरिडोर का विरोध कर रहे लोगों में अधिकांश वह लोग हैं जिन्हें अपने व्यापारिक हित प्रभावित होते दिख रहे हैं या उनके मकान इस की जद में आ रहे हैं। वहीं राजनीतिक पार्टियां इस मुद्दो को भुनाने का प्रयास कर रही हैं।
क्षेत्रीय वाशिंदांे द्वारा विकास के नाम पर विनाश की आशंका जताई जा रही है। इस आंदोलन को जनांदोलन बनाने के भरकस प्रयास किए जा रहे हैं। आंदोलन की जमीन तैयार करने से पहले एक संयुक्त संघर्ष समिति का गठन किया गया है। वृंदावन के प्राचीन स्वरूप को बरकरार रखने एवं तोड़फोड़ से होने वाले रोजगार के संकट के मुद्दे पर समिति अपनी लड़ाई को आगे बढ़ाएगी। वृंदावन बचाओ समिति में समाज के हर तबके से लोगों को जोड़ा जा रहा है।