मथुरा से गोवर्धन होते हुए राजस्थान सीमा तक 25 किलो मीटर फोरलेन सड़क का निर्माण हुआ है। सड़क की हालत खस्ता होने की वजह से श्रद्धालुओं को परेशानी का सामना करना पड़ता था। इसको देखते हुए वर्ष 2016 में फोरलेन सड़क निर्माण का 138 करोड़ रुपये का प्रोजेक्ट तैयार किया गया था। तीन महीने पहले सड़क निर्माण का कार्य पूरा हुआ है। लेकिन निर्माण में घोटाले पोल खोलता मार्ग, अडींग पुलिया के समीप धंस गया है। सड़क बनने के कुछ माह बाद ही जमीन में डसने लगी है। इससे कभी भी कोई हादसा हो सकता है।
मथुरा गोवर्धन मार्ग की क्वालिटी पर सवाल उठने लगे हैं। सड़क निर्माण के कुछ माह बाद ही सड़क टूटने लगी है। इससे कभी भी कोई हादसा हो सकता है। स्थानीय लोगों ने सड़क निर्माण की क्वालिटी को लेकर सवाल उठाए हैं।
मथुरा गोवर्धन मार्ग पर रोजाना हजारों से अधिक संख्या में वाहनों का आवागवन बना रहता है। यहां गोवर्धन परिक्रमा और दर्शन करने के लिए रोजाना लाखों श्रद्धालु गोवर्धन पहुंचते हैं। श्रद्धालु और स्थानीय लोगों की सुविधा के लिए सरकार द्वारा करोड रुपए खर्च कर मथुरा गोवर्धन मार्ग को फोरलेन बनवाया गया था।
सड़क निर्माण एजेंसी को सड़क की मरम्मत करने के लिए निर्देशित किया जाना चाहिए। सड़क निर्माण में गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए कड़े नियम और विनियमों को लागू किया जाना चाहिए।