झांसी: मंडलायुक्त बिमल कुमार दुबे की अध्यक्षता में आज आयुक्त सभागार में चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण के अंतर्गत “राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन” की मंडलीय समीक्षा बैठक आयोजित की गई. इस बैठक में स्वास्थ्य सेवाओं की प्रगति और गुणात्मक सुधार पर विशेष जोर दिया गया.
मंडलायुक्त ने अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए कि स्वास्थ्य सेवाओं में गुणात्मक प्रगति के परीक्षण का मूल पैमाना नगरीय और ग्रामीण क्षेत्र में निवासरत आमजनमानस का शत-प्रतिशत संतुष्टिकरण है. उन्होंने कहा कि चिकित्सा अधिकारी झांसी मंडल के दूर-दराज के क्षेत्रों तक स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ पहुंचाने के लिए भारत सरकार द्वारा संचालित “भारतीय राष्ट्रीय टेलीमेडिसिन सेवा (ई-संजीवनी)” के माध्यम से ऑनलाइन ओपीडी परामर्श सुविधा को और अधिक बेहतर बनाएं. उन्होंने चिकित्सकों को निर्देशित करते हुए कहा कि वे समयावधि निश्चित करते हुए रोगियों से दूरभाष पर संपर्क में रहें.
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों पर जवाबदेही तय, लापरवाही पर होगी कार्रवाई
मंडलायुक्त ने निर्देश दिए कि मंडल क्षेत्र में स्थित जिला चिकित्सालयों, नगर स्वास्थ्य केंद्रों, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों (CHC) और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों (PHC) पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी (CMO), अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी (ACMO) और उप मुख्य चिकित्सा अधिकारी (DCMO) नियमित रूप से मासिक भ्रमण कर स्वास्थ्य सेवाओं और रात्रिकालीन इमरजेंसी सेवाओं का परीक्षण करते हुए आख्या उपलब्ध कराएं, जिससे आंकड़ों के सापेक्ष स्वास्थ्य विभाग की वास्तविक प्रगति सामने आ सके.
उन्होंने मुख्य चिकित्सा अधिकारियों को निर्देशित किया कि वे विकास खंड स्तर पर स्थापित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों पर चिकित्सा अधीक्षकों का कार्यदायित्व निर्धारित करते हुए कार्य विभाजन आदेश जारी करें और उनके कार्यों की निगरानी करें. लापरवाही पाए जाने पर सख्त कार्यवाही अमल में लाने के निर्देश दिए गए हैं. साथ ही, उन्होंने एक तिथि निर्धारित कर शिकायतकर्ताओं की समस्याओं का भी निराकरण करने को कहा.
मुख्यमंत्री जन आरोग्य मेलों और टीकाकरण पर विशेष ध्यान
मंडलायुक्त ने कहा कि शासन के निर्देशानुसार प्रत्येक रविवार को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर आयोजित मुख्यमंत्री जन आरोग्य मेलों का जनपद स्तरीय अधिकारी अनिवार्य रूप से निरीक्षण करें. स्वास्थ्य विभाग के सभी नोडल अधिकारी अपने-अपने क्षेत्रों में हेल्थ एटीएम मशीनों की क्रियाशीलता सुनिश्चित कराएं.
टीकाकरण कार्यक्रम के अंतर्गत, उन्होंने निर्देश दिए कि स्वास्थ्य इकाइयों पर जन्म लेने वाले ऐसे बच्चे जिन्हें जन्म के पश्चात संबंधित स्वास्थ्य केंद्रों पर हेपेटाइटिस-बी बर्थडोज का लाभ नहीं मिला है, इस संबंध में उत्तरदायी चिकित्सा अधिकारी और स्वास्थ्य कर्मी के विरुद्ध कठोर दंडात्मक कार्यवाही अमल में लाएं. उन्होंने मुख्य चिकित्सा अधिकारियों को स्वास्थ्य उप केंद्रों पर तैनात एएनएम के कार्यदायित्व निर्वहन की क्रियाशीलता की निगरानी करने के भी निर्देश दिए.
गर्मी और बारिश के मौसम के लिए तैयारी
गर्मी के मौसम के साथ आगामी बारिश के मौसम के दृष्टिगत, मंडलायुक्त ने स्वास्थ्य इकाइयों पर आवश्यक संसाधन पूरे करने के निर्देश दिए. उन्होंने कहा कि सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर एंटी वेनम डोज (सर्पदंश रोधी टीका) की उपलब्धता सुनिश्चित कराई जाए, जिससे आपात स्थिति के समय मरीज को तुरंत उपचार मुहैया कराया जा सके.
अग्निशमन सुरक्षा और पेंशनधारकों के आयुष्मान कार्ड
अग्नि और विद्युत सुरक्षा के दृष्टिगत, मंडलायुक्त ने निर्देश दिए कि प्रत्येक सरकारी और गैर-सरकारी स्वास्थ्य इकाइयों पर विद्युत MCB (मिनिएचर सर्किट ब्रेकर) अनिवार्य रूप से लगी होनी चाहिए. यह कार्य सभी मुख्य चिकित्सा अधिकारी अपनी निगरानी में सुनिश्चित कराएं.
अंत में, मंडलायुक्त ने झांसी मंडल के सभी मुख्य चिकित्सा अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि पेंशनधारक सेवानिवृत्त राज्य कर्मचारियों को स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराने हेतु उनके दीनदयाल उपाध्याय आयुष्मान कार्ड बनाए जाने के लिए संबंधित कोषागार में शिविर आयोजित कर उन्हें लाभान्वित करें.
इस महत्वपूर्ण बैठक में अपर निदेशक स्वास्थ्य विभाग डॉ. सुमन, मंडलीय प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक डॉ. पी.के. कटियार, मुख्य चिकित्सा अधिकारी झांसी डॉ. सुधाकर पाण्डेय, मुख्य चिकित्सा अधिकारी जालौन डॉ. एन.डी. शर्मा, मुख्य चिकित्सा अधिकारी ललितपुर डॉ. इम्तियाज अहमद, मुख्य चिकित्सा अधीक्षक जिला महिला चिकित्सालय झांसी डॉ. राजनारायण सहित स्वास्थ्य विभाग के अन्य अधिकारीगण उपस्थित रहे.