लखनऊ: उत्तर प्रदेश में भ्रष्टाचार के खिलाफ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सख्त रुख अपनाते हुए इन्वेस्ट यूपी के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) अभिषेक प्रकाश को निलंबित कर दिया है। यह कार्रवाई सौर ऊर्जा संयंत्र स्थापित करने के लिए रिश्वत मांगने के आरोप में की गई है। अभिषेक प्रकाश के साथ ही योगी सरकार ने अब तक 11 आईएएस अधिकारियों के खिलाफ भ्रष्टाचार के मामलों में कार्रवाई की है।
अभिषेक प्रकाश का निलंबन
- अभिषेक प्रकाश पर सौर ऊर्जा के कलपुर्जे बनाने का संयंत्र लगाने के लिए रिश्वत मांगने का आरोप है।
- जांच में उन्हें प्रथमदृष्टया दोषी पाया गया, जिसके बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उन्हें निलंबित कर दिया।
अन्य निलंबित आईएएस अधिकारी
अभिषेक प्रकाश के अलावा, योगी सरकार ने भ्रष्टाचार के आरोपों में 10 अन्य आईएएस अधिकारियों को भी निलंबित किया है। इनमें से कुछ अधिकारियों को जांच के बाद बहाल कर दिया गया है। निलंबित अधिकारियों की सूची इस प्रकार है:
- घनश्याम सिंह (बहाल)
- देवीशरण उपाध्याय
- टीके शीबू (बहाल)
- सुनील कुमार वर्मा (बहाल)
- देवेन्द्र कुमार पांडेय (बहाल)
- अमरनाथ उपाध्याय (बहाल)
- केदारनाथ सिंह
- शारदा सिंह
- जितेंद्र बहादुर सिंह (सेवानिवृत्त)
- कुमार प्रशांत (बहाल)
योगी सरकार की भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टॉलरेंस नीति
योगी सरकार की भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टॉलरेंस नीति के तहत यह कार्रवाई की गई है। सरकार ने स्पष्ट किया है कि भ्रष्टाचार के किसी भी मामले में दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।