विशेष न्यायाधीश एससी/एसटी एक्ट दिनेश तिवारी ने दलित उत्पीड़न, मारपीट, धमकी आदि आरोपों में 6 लोगों को मुकदमे के विचारण के लिए अदालत में तलब करने का आदेश दिया है।
मामले के अनुसार श्रीमती सीमा देवी ने मुकदमा दायर करते हुए आरोप लगाया कि वे वाल्मीकि समाज की हैं और पूरे गांव में उनके समाज का एकमात्र घर है।
वादनी के अनुसार, गांव के लोग उन्हें और उनके परिजनों को गांव से भगाने के लिए आए दिन षड्यंत्र करते रहते हैं। गांव वालों ने इसी क्रम में उनके घर के सामने गड्ढा खुदवा दिया है और अपने घरों का कूड़ा उनके घर के सामने डालना शुरू कर दिया है। गांव वाले इससे पहले उनके देवर को भी इसी तरह परेशान कर गांव छोड़ने पर मजबूर कर चुके हैं।
10 जनवरी 2023 की सुबह 9 बजे, विपक्षी वीरेंद्र सिंह, दिनेश सिंह, यशपाल सिंह, रामू, केके और सचिन लाठी-डंडे लेकर उनके घर में घुस आए। उन्होंने वादनी और उनके पति के साथ गाली-गलौज, मारपीट और जाति सूचक शब्द कहकर अपमानित किया। विपक्षियों ने वादनी के घर में रखे सामान में भी तोड़फोड़ की। गांव के अन्य लोगों के आने पर वे जान से मारने की धमकी देकर भाग गए।
अदालत ने वादनी के अधिवक्ताओं योगराज सिंह निमेष और नवीन कुमार के तर्क पर विपक्षियों को मुकदमे के विचारण के लिए अदालत में तलब करने का आदेश दिया।