आगरा: गांव गढ़ी रामफल, पोस्ट बरौली गुर्जर, कवीस चौराहा, कुंडोल रोड स्थित शिव मंदिर में हर साल की तरह इस वर्ष भी 15 जनवरी को वार्षिकोत्सव बड़े धूमधाम और श्रद्धा के साथ मनाया गया। इस मौके पर मंदिर परिसर में हवन और विशाल भंडारे का आयोजन किया गया, जिसमें सैकड़ों की संख्या में भक्तों ने हिस्सा लिया और पंगत प्रसादी का आनंद लिया।
शिव मंदिर के वार्षिकोत्सव का भव्य आयोजन
वार्षिकोत्सव के उपलक्ष्य में शिव मंदिर को आकर्षक रोशनी से सजाया गया था। मंदिर की भव्य सजावट और वातावरण में भक्तों ने अद्भुत आस्था का प्रदर्शन किया। हर वर्ष की तरह इस बार भी विशाल भंडारा आयोजित किया गया, जिसमें आसपास के गांवों और शहरों से श्रद्धालु पंक्ति में खड़े होकर प्रसाद ग्रहण करते रहे।
भंडारे की शुरुआत सुबह 2 बजे से हुई और शाम 8 बजे तक यह जारी रहा। भंडारे में पूड़ी, सब्जी, बूंदी समेत कई प्रकार के स्वादिष्ट व्यंजन भक्तों को परोसे गए। सुबह से ही भक्तों का आना शुरू हो गया था और समय के साथ इस भंडारे में लोगों की संख्या बढ़ती चली गई।
सर्वसमाज ने बढ़-चढ़कर लिया हिस्सा
विशाल भंडारे में न केवल पुरुषों, बल्कि महिलाओं, बच्चों और बुजुर्गों ने भी भंडारा सेवा में बढ़-चढ़कर भाग लिया। यहां तक कि मंदिर के ट्रस्टी अशोक कुमार और अन्य आयोजकों ने भी इस आयोजन को सफल बनाने के लिए पूरी तन्मयता से काम किया।
शिव मंदिर ट्रस्टी अशोक कुमार सबमर्सिबल वालों ने बताया, “हम हर वर्ष 15 जनवरी को शिव मंदिर वार्षिकोत्सव और भंडारे का आयोजन करते हैं। इस आयोजन से हमें मानसिक शांति और सुकून मिलता है, और हम इसे हर साल जारी रखते हैं।”
मुख्य अतिथियों की उपस्थिति
इस भव्य आयोजन में मुख्य अतिथि के रूप में एत्मादपुर विधानसभा के विधायक डॉ. धर्मपाल सिंह चौहान और गौरव नंन्द जी, विधायक प्रत्याशी श्री ओम प्रकाश, सत्यवीर सिंह, निहाल सिंह पार्षद अरविंद मथुरिया, पार्षद शेर सिंह सविता समेत कई प्रमुख व्यक्ति उपस्थित रहे। इस अवसर पर अन्य गणमान्य व्यक्तियों ने भी अपनी उपस्थिति दर्ज करवाई और भंडारे के आयोजन की सराहना की।
उपस्थित व्यक्तियों में अशोक कुमार सवमर्सिबल वाले, श्यामवीर सिंह सविता, उदयवीर सिंह सविता, अंगद सिंह, राजवीर सिंह, हरि, राकेश, जयप्रकाश, वासुदेव, मुन्ना लाल, चरन सिंह सविता, सुरेंद्र सविता जैसे प्रमुख लोग भी शामिल थे।
समाज में भाईचारे का संदेश
इस आयोजन ने समाज में भाईचारे और सद्भावना का संदेश दिया। भंडारे में सभी धर्म, जाति और वर्ग के लोग एक साथ जुटे और भगवान शिव की आराधना में लीन रहे। यह आयोजन न केवल धार्मिक आस्था का प्रतीक था, बल्कि यह गांव के हर व्यक्ति के लिए एक सामूहिक त्योहार बन चुका है, जिसमें सभी लोग मिलकर अपनी श्रद्धा व्यक्त करते हैं।