Agra news, अछनेरा: विकासखंड अछनेरा के कचौरा गाँव में जलभराव की गंभीर समस्या ने एक बार फिर मानवता और प्रशासनिक दावों पर सवाल खड़ा कर दिया है। बुधवार को, गाँव के निवासी नवल सिंह के निधन के बाद, उनकी शवयात्रा को गंदे पानी से भरे रास्ते से गुजरना पड़ा। इस दौरान कई बुजुर्ग फिसलकर चोटिल भी हो गए, जिससे ग्रामीणों में आक्रोश और निराशा का माहौल है।
यह कोई पहला मौका नहीं है, जब गाँव के लोगों को ऐसी अपमानजनक स्थिति का सामना करना पड़ा है। ग्रामीणों का कहना है कि जल निकासी की व्यवस्था न होने के कारण हल्की बारिश में भी गाँव की सड़कें तालाब बन जाती हैं।
दबंगों ने बंद की पुलिया, प्रशासन की चुप्पी पर सवाल
ग्रामीणों के अनुसार, गाँव से पानी की निकासी के लिए बनी पुलिया को कुछ महीने पहले दबंगों ने बंद कर दिया था। इसकी शिकायत उन्होंने कई बार उप जिलाधिकारी किरावली नीलम तिवारी से लिखित में की है, लेकिन कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई।
पिछले महीने जब यह मुद्दा गरमाया था, तो एसडीएम ने बयान दिया था कि उन्होंने पुलिया खुलवाने के लिए सहायक पुलिस आयुक्त को पत्र लिखा है। लेकिन ग्रामीणों का आरोप है कि यह पत्र या तो जानबूझकर अनदेखा किया गया या फिर उस पर कोई कार्रवाई नहीं हुई। ग्रामीणों ने पूछा कि जब पिछले साल प्रशासन ने तत्काल कार्रवाई करते हुए पुलिया खुलवाई थी, तो इस बार क्यों देरी हो रही है?
राजनीतिक दबाव या प्रशासनिक लापरवाही?
ग्रामीणों का आरोप है कि एसडीएम या तो उन्हें गुमराह कर रही हैं या फिर किसी राजनीतिक दबाव में कार्रवाई करने से कतरा रही हैं। इस गंभीर स्थिति के बावजूद, प्रशासन की चुप्पी से ग्रामीणों में रोष बढ़ रहा है।
इस घटना के संबंध में जब गाँव के डीपीआरओ मनीष कुमार और उप जिलाधिकारी किरावली नीलम तिवारी से संपर्क करने की कोशिश की गई, तो दोनों ने फोन नहीं उठाया।
ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि यदि इस समस्या का स्थायी समाधान जल्द नहीं निकाला गया, तो वे सामूहिक रूप से बड़ा आंदोलन करने के लिए मजबूर होंगे।