अग्र भारत संवाददाता
अछनेरा। थाना क्षेत्र अंतर्गत पुलिस चौकी कुकथला के गांव सहाई में 15 नवंबर को हुई चोरी की घटना ने अछनेरा पुलिस की कार्यशैली पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। लाखों रुपये के जेवरात चोरी होने के बावजूद थाना पुलिस ने पीड़ित की तहरीर पर दस दिनों तक न तो मुकदमा दर्ज किया और न ही कोई कार्रवाई शुरू की। मामला तब आगे बढ़ा, जब पीड़ित ने मजबूर होकर सहायक पुलिस आयुक्त (एसीपी) अछनेरा से शिकायत की।
पीड़ित जगदीश सिंह ने बताया कि चोरी की सूचना देने के तुरंत बाद पुलिस को मौके पर बुलाया गया, लेकिन कई दिनों तक पुलिस बहाने बनाती रही। थाना पुलिस ने तहरीर लेकर भी कोई कदम नहीं उठाया,जगदीश ने कहा। अंततः उन्होंने एसीपी रामप्रवेश गुप्ता से गुहार लगाई, जिसके बाद ही पुलिस हरकत में आई और करीब दस दिन की देरी से गांव सहाई के ही कन्हैया और राकेश के खिलाफ नामजद मुकदमा दर्ज किया गया।ग्रामीणों का कहना है कि पुलिस की यह सुस्ती अपराधियों के हौसले बढ़ाती है। मामला इतना बड़ा था, फिर भी पुलिस ने आंखें मूंदे रखीं। अगर समय पर कार्रवाई होती तो चोरी गए सामान की बरामदगी की पूरी उम्मीद थी, ग्रामीणों ने रोष व्यक्त किया।थाना अछनेरा के क्राइम इंस्पेक्टर विजय सिंह चंदेल ने बताया कि एसीपी के निर्देश पर मामले की जांच कर मुकदमा दर्ज किया गया है। उन्होंने दावा किया कि जल्द ही चोरी का खुलासा कर आरोपियों को पकड़ा जाएगा।
