लखनऊ: भारत द्वारा पाकिस्तान पर एयर स्ट्राइक कर पहलगाम आतंकी हमले का करारा जवाब दिए जाने के बाद, आज उत्तर प्रदेश के कई जिलों में युद्ध जैसी परिस्थितियों से निपटने की तैयारियों का जायजा लेने के लिए मॉक ड्रिल आयोजित की जाएगी। केंद्र सरकार के निर्देशानुसार, इस राष्ट्रव्यापी अभ्यास के तहत यूपी के 19 जिलों में सायरन बजाकर लोगों को संभावित खतरों के प्रति जागरूक किया जाएगा।
दरअसल, केंद्र सरकार ने देशभर में युद्ध जैसी परिस्थितियों, जैसे हवाई हमले, ब्लैकआउट और अन्य आपदाओं से निपटने के लिए मॉक ड्रिल कराने का निर्णय लिया है। इस अभ्यास का मुख्य उद्देश्य आम नागरिकों, प्रशासनिक एजेंसियों और आपातकालीन विभागों को ऐसी स्थितियों में त्वरित और प्रभावी प्रतिक्रिया देने के लिए प्रशिक्षित करना है। मॉक ड्रिल के दौरान लोगों को हवाई हमले की चेतावनी सायरन के माध्यम से दी जाएगी और उन्हें सुरक्षित स्थानों पर जाने के लिए कहा जाएगा। इसके साथ ही, रात के समय दुश्मन द्वारा महत्वपूर्ण स्थानों की पहचान को रोकने के लिए ब्लैकआउट का अभ्यास भी कराया जाएगा।
इस मॉक ड्रिल की लिस्ट में उत्तर प्रदेश के 19 जिलों को शामिल किया गया है, जिन्हें ए, बी और सी कैटेगरी में बांटा गया है। बुलंदशहर का नरोरा इस लिस्ट में अकेले ए कैटेगरी में है।
यूपी में किस समय बजेगा सायरन और कहां होगी मॉक ड्रिल (UP Mock Drill List):
कैटेगरी (A)
- नरोरा (बुलंदशहर) – शाम 4 बजे
कैटेगरी (B)
- कानपुर- सुबह 9:30 बजे / शाम 4 बजे
- आगरा- रात 8 बजे
- प्रयागराज- शाम 6:30 बजे
- गाजियाबाद- सुबह 10 बजे / रात 8 बजे
- झांसी- शाम 4 बजे
- लखनऊ- शाम 7 बजे
- मथुरा- शाम 7 बजे
- मेरठ- शाम 4 बजे
- सहारनपुर- शाम 4 बजे
- बक्शी का तालाब (लखनऊ)- गृह मंत्रालय के आदेशानुसार इस इलाके की मॉक ड्रिल मीडिया कवरेज से बाहर रहेगी।
- चंदौली- शाम 7 बजे
- सरसावा- शाम 4 बजे
- बरेली- रात 8 बजे
- गोरखपुर- शाम 6:30 बजे
- मुरादाबाद- दोपहर 12 बजे
- वाराणसी- समय निर्धारित नहीं हुआ है।
कैटेगरी (C)
- बागपत- शाम 7 बजे
- मुजफ्फरनगर- समय निर्धारित नहीं हुआ है।
यह मॉक ड्रिल ऐसे समय में आयोजित की जा रही है जब भारत ने हाल ही में पाकिस्तान पर एयर स्ट्राइक कर आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया है। हालांकि, यह मॉक ड्रिल इस कार्रवाई से पहले ही केंद्र सरकार द्वारा निर्धारित कार्यक्रम का हिस्सा है और इसका उद्देश्य देश की सुरक्षा तैयारियों को परखना और नागरिकों को आपातकालीन स्थितियों के लिए तैयार करना है। नागरिकों से अपील की गई है कि वे इस अभ्यास में प्रशासन का सहयोग करें और किसी भी अफवाह पर ध्यान न दें। यह केवल एक सुरक्षात्मक उपाय है जिसका उद्देश्य सभी को सुरक्षित रखना है।