शमशाबाद, आगरा: आगरा-शमशाबाद मार्ग पर स्थित थाना ताजगंज के ग्राम श्यामों के नीम दरवाजा निवासी 10 वर्षीय लाखन सिंह, पुत्र भूरी सिंह, ने खेतों में इस्तेमाल होने वाला कीटनाशक पदार्थ खा लिया। लाखन को गंभीर हालत में जीआर हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है, जहाँ वह पिछले चार दिनों से आईसीयू वार्ड में जिंदगी और मौत के बीच जूझ रहा है।
घटना के अनुसार, परिजन अपने खेत में काम कर रहे थे। उन्होंने लाखन से तैयार होकर पढ़ने जाने के लिए कहा। लेकिन, लाखन खेत पर बने अपने मकान में तैयार होने की बजाय, उसने विषाक्त पदार्थ (कीटनाशक) का सेवन कर लिया। इसके बाद उसने घर के दरवाजे अंदर से बंद कर लिए और अपने बड़े भाई सचिन को फोन कर बताया कि “मैंने तो दवाई पी ली है।”
यह सुनते ही परिजनों के होश उड़ गए। वे तुरंत मकान पर पहुँचे और दरवाजा खुलवाया तो लाखन अचेत अवस्था में पड़ा था। परिजन उसे आनन-फानन में एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया, जहाँ उसकी हालत नाजुक बनी हुई है।
समाजसेवी विजय सिंह लोधी ने इस घटना पर गहरा अफसोस व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि अगर इतने छोटे बच्चे इस तरह के कृत्य करेंगे तो समाज को बहुत बड़ा नुकसान होगा, और यह एक प्रकार से चलन बन जाएगा। उन्होंने जोर देकर कहा कि ऐसे बच्चों की काउंसलिंग होना बहुत जरूरी है। विजय सिंह लोधी ने सभी स्कूल संचालकों से भी अपील की है कि वे समय-समय पर नैतिक शिक्षा, संस्कार, और जीवन के लाभ-हानि पर विद्वान अध्यापकों द्वारा बच्चों की काउंसलिंग कराएँ। यह घटना बच्चों में मानसिक स्वास्थ्य के मुद्दों और उनके लिए उचित मार्गदर्शन की आवश्यकता को उजागर करती है।