Agra, जगनेर: जगनेर ब्लॉक के बमनई खुर्द गाँव में एक सरकारी स्कूल की खराब हालत के विरोध में ग्रामीणों ने धरना प्रदर्शन किया है। ग्रामीणों का आरोप है कि स्कूल की इमारत जर्जर है, बुनियादी सुविधाएं नहीं हैं, और शिक्षक लापरवाही बरत रहे हैं। ग्रामीणों का कहना है कि स्कूल सुबह 8 बजे के बजाय अक्सर 9 बजे तक बंद रहता है, जिससे बच्चों की पढ़ाई पर बुरा असर पड़ रहा है।
ग्रामीणों की मुख्य शिकायतें और मांगें
ग्रामीणों ने स्कूल की कई समस्याओं की ओर ध्यान दिलाया है:
- जर्जर इमारत: स्कूल की इमारत काफी पुरानी और खराब स्थिति में है।
- बुनियादी सुविधाओं की कमी: स्कूल में शौचालय, पीने का पानी और बिजली जैसी जरूरी चीजें उपलब्ध नहीं हैं।
- शिक्षकों की लापरवाही: ग्रामीण आरोप लगाते हैं कि शिक्षक अक्सर समय पर नहीं आते और स्कूल देर से खुलता है।
- शिक्षिका पर आरोप: ग्रामीणों का कहना है कि शिक्षिका रिंकी गोयल शिकायत करने पर उनके खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज कराती हैं, जिससे वे डरे हुए हैं।
- पुरुष स्टाफ का अभाव: स्कूल में कोई पुरुष स्टाफ न होने के कारण ग्रामीणों को स्कूल परिसर में जाने में भी झिझक महसूस होती है।
ग्रामीणों की मांग है कि स्कूल नियमित रूप से समय पर खुले, जर्जर इमारतों की मरम्मत हो और सभी जरूरी सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएं।
शिक्षिका का पक्ष और प्रशासन का रुख
स्कूल की प्रभारी शिक्षिका रिंकी गोयल ने ग्रामीणों के आरोपों को बेबुनियाद बताया है। उनका कहना है कि धरना देने वाले लोग गाँव के नहीं हैं और न ही उनके बच्चे इस स्कूल में पढ़ते हैं। उन्होंने कहा कि इस तरह के प्रदर्शन से शिक्षकों में भी डर का माहौल बन रहा है।
इस मामले पर ब्लॉक शिक्षा अधिकारी जगतपाल ने कहा कि वह फिलहाल आगरा में एक बैठक में हैं। उन्होंने आश्वासन दिया है कि वह अगले दिन स्कूल का दौरा करेंगे और ग्रामीणों के साथ मिलकर समस्या का समाधान निकालेंगे। उन्होंने यह भी कहा कि स्कूल समय पर खुले, यह सुनिश्चित करने के लिए उचित कदम उठाए जाएंगे।
ग्रामीणों की चेतावनी
ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि अगर उनकी मांगों को जल्द से जल्द पूरा नहीं किया गया, तो वे अपना विरोध और भी तेज कर देंगे। उनका कहना है कि बार-बार शिकायत करने के बावजूद जिला प्रशासन और शिक्षा विभाग की ओर से कोई ठोस कार्रवाई नहीं हो रही है, जिससे उनका गुस्सा बढ़ता जा रहा है। यह स्थिति गाँव के बच्चों के भविष्य पर भी सवालिया निशान लगा रही है।