फिरोजाबाद में हुई 2 करोड़ की लूट में शामिल होने के आरोप में आगरा पुलिस लाइन में तैनात मुख्य आरक्षी मनोज कुमार बर्खास्त। जीआरपी का आरक्षी अंकुर प्रताप भी शामिल। पुलिस आयुक्त दीपक कुमार ने सख्त कार्रवाई के दिए निर्देश।
आगरा, तौहीद खान: फिरोजाबाद में हुई 2 करोड़ रुपये की सनसनीखेज लूट में शामिल होने के आरोप में आगरा पुलिस के एक मुख्य आरक्षी (हेड कांस्टेबल) को तत्काल प्रभाव से बर्खास्त कर दिया गया है। यह सख्त कार्रवाई पुलिस की छवि और अनुशासन बनाए रखने के लिए की गई है।
डीसीपी मुख्यालय ने की कार्रवाई
लूट की इस गंभीर घटना में आगरा पुलिस लाइन में तैनात मुख्य आरक्षी मनोज कुमार की संलिप्तता सामने आने के बाद, डीसीपी मुख्यालय सैयद अली अब्बास ने उन्हें बर्खास्त कर दिया है। मनोज कुमार हाल ही में थाना ट्रांस यमुना में तैनात थे और एक अन्य मामले में उन्हें निलंबित भी किया गया था। वह 29 सितंबर से पुलिस ड्यूटी से गैर हाजिर चल रहे थे।
लूट में आगरा के दो मुख्य आरक्षी शामिल
फिरोजाबाद में हुई इस बड़ी लूट में आगरा से जुड़े कुल दो मुख्य आरक्षियों के नाम सामने आए हैं:
मनोज कुमार: आगरा पुलिस लाइन में तैनात थे (अब बर्खास्त)।
अंकुर प्रताप: आगरा जीआरपी (गवर्नमेंट रेलवे पुलिस) में तैनात थे। इससे दो महीने पहले ही उनका स्थानांतरण आगरा सिविल पुलिस से जीआरपी में हुआ था।
पुलिस आयुक्त ने दिए सख्त कार्रवाई के निर्देश
इस मामले की गंभीरता को देखते हुए आगरा पुलिस आयुक्त दीपक कुमार ने डीसीपी पूर्वी को इस पूरे प्रकरण में सख्त कार्रवाई सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं।
पुलिस विभाग में तैनात कर्मियों का ऐसी गंभीर आपराधिक गतिविधियों में शामिल होना कानून व्यवस्था और पुलिस बल की विश्वसनीयता पर गहरा सवाल खड़ा करता है।
