गाजियाबाद के लोनी शहर की डांसर को आगरा के एक फ्लैट में बंधक बनाकर रेप मामले में पुलिस ने आरोपी दंपति पुलिस की गिरफ्तार में है। शुरवाती जांच में सामने आया है की आरोपी दंपति सेक्स रैकेट के धंधे में लिप्त हैं। डांसर को प्रलोभन दे दंपति डांसर देह व्यापार में उतरना चाहते थे। पुलिस इस मामले में गहराई से छानबीन कर रही है ।
डांसर ने पुलिस में दर्ज कराई शिकायत
लोनी, गाजियाबाद की डांसर ने ताजगंज पुलिस थाने में शिकायत दर्ज कराई। डांसर ने आरोप लगाया कि विनय गुप्ता और उसकी पत्नी मालती गुप्ता ने उसे नौकरी दिलाने का झांसा देकर आगरा बुलाया था। चाय में नशीला पदार्थ पिलाकर उसे बेहोश किया और उसके साथ बलात्कार किया गया बनाए गए। इसके बाद उसे अन्य लोगों से संबंध बनाने के लिए दबाव बनाया जा रहा था।
ताजगंज के फ्लैट बना रखा है देह व्यापार का अड्डा
पुलिस की शुरुआती जांच में यह पता चला कि विनय गुप्ता और उसकी पत्नी ने ताजगंज के एक पॉश इलाके में एक फ्लैट किराए पर ले रखा था, जहां से देह व्यापार का संचालन किया जा रहा था। फ्लैट पर लड़के-लड़कियों का आना-जाना लगा रहता था, जिससे आस-पास के लोगों को भी शक होने लगा था।
सैकड़ों लड़कियों का कर चुके हैं शोषण
इस सेक्स रैकेट में स्थानीय लड़कियों के साथ-साथ दूसरे शहरों से भी लड़कियों को लाया जा रहा था। उन्हें नौकरी का लालच देकर इस घिनौने धंधे में धकेला जा रहा था। पुलिस अब उन लड़कियों से संपर्क कर रही है, जिन्हें इस रैकेट ने अपना शिकार बनाया है।
पुलिस की तफ्तीश में हो सकते हैं और बड़े खुलासे
पुलिस ने विनय और मालती गुप्ता के मोबाइल रिकॉर्ड और बैंक ट्रांजेक्शंस की जांच शुरू कर दी है। पुलिस को शक है कि इस सेक्स रैकेट के तार आगरा के बाहर भी जुड़े हो सकते हैं और इसमें कई बड़े लोग शामिल हो सकते हैं। पुलिस ने बताया कि आने वाले दिनों में और भी कई गिरफ्तारियां हो सकती हैं।
अनैतिक काम पर रोक लगाने की उठी मांग
ताजगंज में इस घटना के बाद स्थानीय निवासियों में भारी रोष है। लोगों का कहना है कि इस प्रकार की अवैध गतिविधियाँ इलाके की शांति और सुरक्षा को प्रभावित कर रही हैं। इलाके के नागरिकों और महिला संगठनों ने प्रशासन से इस मामले की गहराई से जांच करने और दोषियों को सख्त सजा देने की मांग की है।
देह व्यापार के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग
यह घटना आगरा के ताजगंज क्षेत्र में अवैध गतिविधियों के बढ़ते मामलों की ओर इशारा करती है। इस मामले ने पुलिस प्रशासन पर भी सवाल खड़े किए हैं कि इतने समय से यह अवैध धंधा कैसे चलता रहा। ताजगंज के लोग अब चाहते हैं कि प्रशासन इस तरह के मामलों पर कड़ी नजर रखे और ऐसी गतिविधियों पर पूरी तरह से रोक लगाए।
पीड़िताओं की पहचान की जा रही
पुलिस अब इस रैकेट से जुड़ी अन्य पीड़िताओं की पहचान करने में जुटी है। साथ ही, जिन लोगों के तार इस नेटवर्क से जुड़े हैं, उन सभी पर कार्यवाही की जा सकती है।