जल संकट से जूझ रहा आगरा , राष्ट्रीय जल पंचायत में उठाया मुद्दा, भारत सरकार से व्यावहारिक कार्यक्रम बनाने की मांग

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आगरा: सिविल सोसाइटी ऑफ आगरा ने जल संकट की समस्या को लेकर भारत सरकार से मांग की है कि वह प्रभावी और व्यावहारिक कार्यक्रम बनाये। तरुण भारत संघ ने राजस्थान में बने बंधों के कारण डाउनस्ट्रीम में पानी की कमी के प्रभावों पर प्रकाश डाला है।

संस्था के प्रतिनिधियों ने कहा कि तरुण भारत संघ ने अपने प्रयासों से राजस्थान के धौलपुर और करौली को पानीदार बना दिया है। लेकिन बड़े बांधों के निर्माण के कारण आगरा में पानी की कमी हो गई है। इस मुद्दे को उठाते हुए जलपुरुष ने एक पहल स्कूल में “पुनर्जीवित नदी तेवर” पर बच्चों के साथ एक किताब का विमोचन किया। उन्होंने कहा कि बच्चे सिविल सोसाइटी ऑफ आगरा की जल प्रबंधन मुहिम का अहम हिस्सा हैं।

राष्ट्रीय जल पंचायत में आवाज उठाई गई

राष्ट्रीय जल पंचायत में जल शक्ति मंत्रालय से अनुरोध किया गया कि मोदी सरकार के घर-घर पानी और खेती को भरपूर पानी के लक्ष्यों को पूरा करने के लिए ठोस कदम उठाए जाएं। नमामि गंगे जैसे कार्यक्रमों की समीक्षा की गई, जिनमें जल संचय संरचनाओं का निर्माण और सुधार करने की आवश्यकता पर जोर दिया गया।

दिशाहीनता और कुप्रबंधन का मुद्दा

 

कांफ्रेंस में आगरा के प्रतिनिधियों ने दिशा हीनता और कुप्रबंधन के कारण जल समस्या की गंभीरता को उजागर किया। वक्ताओं ने बताया कि गोकुल बैराज से न्यूनतम 1200 क्यूसेक पानी का डिस्चार्ज आवश्यक है, लेकिन इसे पर्याप्त रूप से नहीं किया जा रहा है। परिणामस्वरूप, आगरा में जल संकट गहरा गया है।

जल संरचनाओं की दुर्दशा

 

प्रतिनिधिमंडल ने खारी नदी में पानी का प्रवाह रुकने को जनपद का जलस्तर गिरने का मुख्य कारण बताया। इसके अलावा, आगरा में नए वेटलैंड के निर्माण पर पाबंदी लगाने की आवश्यकता पर भी जोर दिया गया। वक्ताओं ने कहा कि जल संरचनाओं के संरक्षण और जल प्रबंधन में नागरिक सहभागिता को बढ़ावा दिया जाना चाहिए।

तरुण भारत संघ के 50वें स्थापना वर्ष के अवसर पर आयोजित इस राष्ट्रीय पंचायत में दी गई सलाहों को भविष्य के संवाद का आधार माना जाएगा। प्रतिनिधियों ने जलपुरुष राजेन्द्र सिंह को बधाई दी और उम्मीद जताई कि तरुण भारत संघ की सक्रियता आने वाले समय में और बढ़ेगी।

सिविल सोसाइटी ऑफ आगरा की ओर से यह सुनिश्चित किया गया कि जल संकट के समाधान के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए जाएं और इस मुद्दे पर व्यापक चर्चा जारी रहे।

आगरा का प्रतिनिध्व: सिविल सोसाइटी ऑफ़ आगरा के नेतृत्व में डेलीगेशन में

एक पहल स्कूल:

विशाल, सोनम कुमारी, अंकिता, अन्नू , सुहानी , लोकेश, प्रिंस कुमार, माधवी वर्मा, नैंसी सोनी, पूजा, हेमंत, करिश्मा, रुद्राक्ष, तुषार , कल्पना – स्टूडेंट और टीचर- नविन कुमार और अंकुर कंसल.

सिविल सोसाइटी ऑफ़ आगरा :

अनिल शर्मा, राजीव सक्सेना, असलम सलीमी और कांति नेगी.

पानी एक्टिविस्ट :

अजय तोमर, राम भरत उपाध्याय और हिमानी चतुर्वेदी.

 

 

 

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Editor in Chief of Agra Bharat Hindi Dainik Newspaper
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