शैलेन्द्र शर्मा,अग्र भारत संवाददाता
किरावली।तहसील क्षेत्र अंतर्गत यमुना नदी की बहुमूल्य सरकारी भूमि को अतिक्रमण से मुक्त कराने के लिए तहसील प्रशासन द्वारा चलाए जा रहे विशेष अभियान से क्षेत्र में हड़कंप मचा हुआ है। किरावली तहसील के जुगसैना गांव और आसपास के क्षेत्रों में वर्षों से कई लोगों ने सरकारी भूमि पर अवैध कब्जा कर खेती कर रखी थी। मामले की शिकायत एसडीएम किरावली नीलम तिवारी के संज्ञान में आने पर उन्होंने तुरंत जांच कराई, जिसमें अवैध कब्जों की पुष्टि हुई।
प्रशासन की ओर से कई बार मुनादी कर ग्रामीणों को कब्जा हटाने के लिए चेतावनी दी गई, साथ ही टीमों को मौके पर भेजकर समझाया गया, लेकिन कुछ लोगों ने जमीन खाली नहीं की और फसल बो दी। इस पर प्रशासन ने भू-माफिया के तहत कड़ी कार्रवाई की तैयारी करते हुए अवैध कब्जेदारों को नोटिस जारी किए।नोटिस मिलते ही सोमवार को लगभग 18 बीघा जमीन किसानों ने स्वयं खाली कर दी। वहीं मंगलवार को दबाव बढ़ने पर किसानों ने स्वयं ट्रैक्टर चलाकर करीब 50 बीघा सरकारी भूमि को खाली कर दिया। प्रशासन के अनुसार शेष अवैध कब्जेदारों के खिलाफ भी सख्त कानूनी कार्रवाई की जा रही है।एसडीएम नीलम तिवारी ने बताया कि नायब तहसीलदार, राजस्व निरीक्षक और लेखपाल की तीन टीमें गठित कर दी गई हैं, जो लगातार पैमाइश और भूमि मुक्त कराने का कार्य कर रही हैं। उन्होंने कहा कि सरकारी जमीन का एक-एक इंच कब्जामुक्त होने तक अभियान जारी रहेगा, और भूमाफियाओं को किसी भी हाल में बख्शा नहीं जाएगा।प्रशासन की इस बड़ी कार्रवाई से जुगसैना के साथ-साथ नगला जामुन, सींगना बुर्ज सहित पूरे क्षेत्र में हड़कंप मचा हुआ है।
