आगरा: कभी जीवनदायिनी और पुण्यसलिला कही जाने वाली यमुना नदी आज प्रदूषण की मार से कराह रही है. इसके किनारों पर फैली गंदगी, पॉलीथिन, औद्योगिक कचरा और प्लास्टिक की परतें इसकी पवित्रता और स्वच्छता को निगल चुकी हैं. ऐसे में, जब शहर की अगली पीढ़ी अपने छोटे हाथों में झाडू, थैले और जाल लेकर यमुना को फिर से जीवंत करने में जुटी, तो यह न केवल एक अनुकरणीय पहल थी, बल्कि एक सशक्त संदेश भी.
बुधवार को मिल्टन पब्लिक स्कूल, अवधपुरी, आगरा के छात्रों और शिक्षकों ने राष्ट्रीय पर्यावरण सुरक्षा सेवा समिति एवं रिवर कनेक्ट कैंपेन के सहयोग से यमुना की तलहटी में एक विशाल स्वच्छता अभियान चलाया. स्कूल के एमडी श्री राहुल राज और प्रिंसिपल डॉ. प्राची राज के नेतृत्व में आयोजित इस अभियान में लगभग 108 छात्र-छात्राओं ने उत्साहपूर्वक भाग लिया.
बच्चों ने अथक परिश्रम करते हुए प्लास्टिक, पॉलीथिन, लैदर वेस्ट और अन्य कचरे को इकट्ठा कर यमुना के घाटों को साफ किया. यह दृश्य न केवल प्रेरणादायक था, बल्कि समाज को यह भी संदेश दे रहा था कि यदि युवा पीढ़ी चाहे तो बदलाव संभव है.
पर्यावरणविदों और गणमान्य व्यक्तियों की उपस्थिति
इस अवसर पर ‘ट्री मैन’ के नाम से चर्चित पर्यावरणविद् त्रिमोहन मिश्रा, पर्यावरण कार्यकर्ता पंकज शर्मा, एल.पी. प्रजापति, इंडिया राइजिंग के सेक्रेटरी अमिताभ गुप्ता, डॉ. संजय कुलश्रेष्ठ (संरक्षक, राष्ट्रीय पर्यावरण सुरक्षा समिति), वरिष्ठ पत्रकार बृज खंडेलवाल (संयोजक, रिवर कनेक्ट), समाजसेवी धर्मेंद्र शर्मा, अभिनव श्रोत्रिय यमुना भक्त सहित कई पर्यावरण प्रेमियों की उपस्थिति रही, जिन्होंने बच्चों के इस प्रयास की सराहना की.
नगर निगम आगरा से भी इस अभियान में सहयोग मिला. सीएसएफआई राजवीर सिंह, एसओ छत्ता आशुतोष वर्मा, हाथी घाट आरती स्थल प्रभारी आशीष शर्मा व सफाई प्रभारी सुरेंद्र विक्रम सहित अन्य कर्मचारियों ने अभियान में भाग लिया और व्यवस्थाओं को संभाला.
स्कूल के शिक्षकों व समन्वयकों रोमा परमार, नीलम शर्मा, अनु दुआ, आशु वर्मा, अनुराग श्रीवास्तव ने बच्चों का मार्गदर्शन किया. वंश कीरत, वान्या, गौतमी, वानी सहित कई छात्र-छात्राओं ने जोश और समर्पण के साथ यमुना को स्वच्छ करने में योगदान दिया.
भविष्य के लिए एक संदेश
इस अवसर पर त्रिमोहन मिश्रा ने कहा, “जब बच्चों में पर्यावरण के प्रति संवेदनशीलता जागती है, तो भविष्य अपने आप सुरक्षित हो जाता है.” वहीं, राहुल राज ने कहा, “हमारा उद्देश्य केवल सफाई नहीं, बल्कि भावी पीढ़ी में पर्यावरण के प्रति जिम्मेदारी और संवेदनशीलता पैदा करना है.