आगरा: ताजनगरी के अंतरराष्ट्रीय पैरालम्पिक खिलाड़ी जतिन कुमार कुशवाह ने एक बार फिर अपनी खेल प्रतिभा का लोहा मनवाते हुए बोसिया खेल में उत्तर प्रदेश के खाते में दो स्वर्ण पदक अर्जित किए। यह उपलब्धि उन्होंने विशाखापट्टनम में आयोजित नौवीं बोसिया नेशनल चैंपियनशिप में हासिल की, जहां देशभर से 125 खिलाड़ियों ने हिस्सा लिया।
विशाखापट्टनम में आयोजित बोसिया चैंपियनशिप में जतिन की शानदार जीत
बोसिया स्पोर्ट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया द्वारा आयोजित यह चैंपियनशिप 8 जनवरी से 15 जनवरी 2025 तक चली थी। इस प्रतियोगिता में उत्तर प्रदेश के खिलाड़ी जतिन कुमार कुशवाह ने 12 मैचों में से 11 मैचों में विजय प्राप्त की। जतिन ने एकल प्रतियोगिता में स्वर्ण पदक जीता और हरियाणा की पूजा गुप्ता के साथ युगल प्रतियोगिता में भी स्वर्ण पदक हासिल किया।
प्रतियोगिता के दौरान जतिन ने सुधीर मलिक और सोनाली ओझा (उड़ीसा), सुमन प्रजापति (झारखंड) और उषा किरन (तेलंगाना) जैसे कठिन प्रतिद्वंद्वियों को सीधे मुकाबले में हराया और अपनी शानदार जीत को सुनिश्चित किया।
आगरा लौटने पर भव्य स्वागत
जब जतिन कुमार कुशवाह अपनी जीत के साथ आगरा लौटे, तो उनका स्वागत बहुत ही शानदार तरीके से किया गया। सिकंदरा स्थित जतिन ओवरसीज पर उनके परिजनों और खेल प्रेमियों ने उन्हें फूलों से लाद दिया। इस मौके पर जतिन के पिता तीरथ कुशवाह, राजेश शर्मा, अंकित महाजन, मोहन कुशवाह, अशोक कुशवाह, लव महाजन, अमित वर्मा, खुशबू गर्ग, राम कुमार, अनिल सोलंकी और राजकुमार कुशवाह जैसे कई लोग प्रमुख रूप से उपस्थित रहे और जतिन की सफलता पर खुशी जाहिर की।
जतिन का गौरवमयी सफर
जतिन कुमार कुशवाह का खेल जीवन कई अहम उपलब्धियों से भरा हुआ है। उनकी अब तक की यात्रा में विभिन्न राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में शानदार प्रदर्शन शामिल है।
- मार्च 2023 में दिल्ली में आयोजित बोसिया चैंपियनशिप में उन्होंने एकल प्रतिस्पर्धा में स्वर्ण और युगल में ब्रॉन्ज मेडल जीते थे।
- फरवरी 2024 में ग्वालियर में आयोजित प्रतियोगिता में भी उन्होंने एकल प्रतिस्पर्धा में स्वर्ण और युगल में स्वर्ण पदक जीते।
- नवंबर 2024 में बहरीन में आयोजित वर्ल्ड बोसिया चैलेंजर सीरीज में उन्होंने एकल में ब्रॉन्ज और युगल में सिल्वर मेडल हासिल किया।
- अब जनवरी 2025 में विशाखापट्टनम में एकल और युगल दोनों में स्वर्ण पदक जीतकर उन्होंने अपनी सफलता की कहानी में नया अध्याय जोड़ा।
जतिन कुमार कुशवाह: एक प्रेरणा
जतिन कुमार कुशवाह का यह अद्वितीय सफर न केवल आगरा, बल्कि पूरे उत्तर प्रदेश और देश के लिए गर्व की बात है। उनके संघर्ष और कड़ी मेहनत ने उन्हें आज इस मुकाम तक पहुँचाया है, और वह उन सभी खिलाड़ियों के लिए प्रेरणा का स्रोत बन गए हैं, जो अपनी कठिनाइयों के बावजूद उत्कृष्टता की ओर बढ़ने की कोशिश कर रहे हैं।
जतिन की सफलता यह साबित करती है कि मेहनत और समर्पण से कोई भी व्यक्ति अपने सपनों को सच कर सकता है। उनकी यह उपलब्धि न केवल उनके परिवार और दोस्तों के लिए, बल्कि पूरे खेल समुदाय के लिए एक प्रेरणा है।