आगरा में रिटायरमेंट के बाद भी एआईजी स्टांप कार्यालय में काम कर रहे बाबू जगदीश प्रसाद के खिलाफ बेरोजगारी का मुद्दा उठता है। डीआईजी स्टांप ने कार्रवाई का भरोसा दिलाया है।
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Agra News: आगरा, 6 दिसंबर 2024: प्रदेश सरकार के बेरोजगारी के मुद्दे को लेकर विपक्ष आए दिन उसकी आलोचना करता रहता है, वहीं दूसरी ओर सरकारी विभागों में रिटायर होने के बावजूद कुछ कर्मचारी अपने पद से नहीं हटते और लगातार काम करते रहते हैं। यह स्थिति नए बेरोजगारों के लिए एक बड़ा मुद्दा बनकर सामने आ रही है। ऐसे कर्मचारियों के लालच के कारण युवा बेरोजगारों को सरकारी नौकरी का मौका नहीं मिल पाता। आगरा जिला भी इस समस्या से अछूता नहीं है, जहां निबंधन कार्यालय में एक रिटायर बाबू विभागीय अधिकारियों की सरपरस्ती में अपनी सेवाएं दे रहा है।
बाबू जगदीश प्रसाद 30 सितंबर 2024 को रिटायर हो चुके थे, लेकिन इसके बाद भी वे लगातार विभाग में काम कर रहे हैं। एआईजी स्टांप के कार्यालय में उनका आना-जाना बना हुआ है और विभागीय अधिकारियों द्वारा उन्हें महत्वपूर्ण कार्य सौंपे जा रहे हैं। यह स्थिति किसी के लिए भी चौंकाने वाली है, क्योंकि रिटायरमेंट के बाद विभाग से जुड़े रहना और महत्वपूर्ण कार्य करना पूरी तरह से अनियमित है।
यहां तक कि एआईजी स्टांप और डीआईजी स्टांप के कार्यालय एक ही परिसर में स्थित हैं और बाबू जगदीश प्रसाद का कार्यालय में आना-जाना आम बात हो गई है। जब इस मामले पर डीआईजी स्टांप राम इकबाल से बात की गई, तो उन्होंने कहा कि बाबू जगदीश प्रसाद को विभाग या शासन द्वारा किसी भी तरह का एक्सटेंशन नहीं दिया गया है। अगर वह विभाग में कार्य करते हुए पाए जाते हैं तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
यह घटनाक्रम सरकारी विभागों में अनियमितताओं की ओर इशारा करता है। जहां एक ओर बेरोजगार युवाओं को नौकरी नहीं मिल रही, वहीं रिटायर कर्मचारी विभाग में बिना किसी अधिकार के कार्य कर रहे हैं। इस पर डीआईजी स्टांप ने कार्रवाई का भरोसा दिलाया है, लेकिन सवाल यह उठता है कि यह समस्या कब और कैसे सुलझेगी।
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