श्रीराम व कृष्ण जन्म महोत्सव मनाया
मनीष अग्रवाल
आगरा (किरावली)। गांव गोपऊ स्थित चामड़ माता मंदिर पर श्रीमद्भागवत कथा का प्रतिदिन आयोजन चल रहा है। व्यासाचार्य पदमश्री महाराज के श्रीमुख से श्रीमद्भागवत कथा का वाचन हो रहा है। कथा के चौथे दिन दिन गजेंद्र मोक्ष व वामन अवतार प्रसंग का वर्णन किया गया।
कथा में उन्होंने बताया कि हाथी गजेंद्र अपनी हथिनियों के साथ नदी में जलक्रीड़ा कर रहा था, तभी एक मगरमच्छ गजेंद्र का पैर पकड़ लेता है। मगरमच्छ गजेंद्र को गहरे पानी मे खींचने लगता है, तो वह पत्नियों को सहायता के लिए पुकारता है। सब उसे डूबता छोड़कर चले जाते हैं। गजेंद्र को समझ आता है कि सारे रिश्ते और प्रेम स्वार्थ से जुड़े हैं। दुनिया का प्रेम धोखा है, दिखावा है। गजेंद्र भगवान से प्राण रक्षा की प्रार्थना करता है तब हरि कृपा से गजेंद्र मुक्त होता है। ईश्वर हमेशा भक्त के प्रेम का मान रखते हैं। हर मुसीबत में ईश्वर ही सच्चा सहारा है।
भगवान के जन्म की झांकी सजाई
इसके बाद वामन अवतार की कथा सुनाई गई। पहले राम जन्म उसके बाद कृष्ण जन्म का प्रसंग सुनाया गया। सुंदर झाकियां भी सजाई गई। राम और कृष्ण जन्म से सारा माहौल भक्तिमय हो गया। श्रद्धालु महिलाएं और पुरुष मनमोहक प्रसंगों का वर्णन सुनकर भाव विभोर हो गयी। कथा स्थल पर प्रभु भक्ति हिलोरे मारने लगी। कथा में महेश सिंघल, अनेक सिंह वर्मा, सिद्धसदन प्रधान, पिंकी मास्टर आदि थे।