आगरा (जगनेर)। बुधवार को बाल विकास परियोजना कार्यालय में सीडीपीओ पंकज यादव के खिलाफ आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं द्वारा लगाए गए गंभीर आरोपों की जांच के लिए एक बार फिर से जांच कमेटी ने अपना कार्य शुरू किया। यह दूसरी बार है जब सीडीपीओ पर जांच की जा रही है। आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने पंकज यादव पर अवैध वसूली, उत्पीड़न और अभद्र भाषा के उपयोग के आरोप लगाए हैं।
28 अगस्त को पुष्पा देवी के नेतृत्व में आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने विकास भवन में शिकायत की थी। इस शिकायत के संबंध में जिला कार्यक्रम अधिकारी आदेश मिश्रा ने जांच कर रिपोर्ट उच्च अधिकारियों को भेजी थी। हालांकि, आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने जांच से असंतोष व्यक्त करते हुए बुधवार को फिर से तीन सदस्यीय टीम को जांच के लिए बुलाया।
जांच टीम के पहुंचने पर आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को कार्यालय में प्रवेश करने की अनुमति नहीं दी गई। पुष्पा देवी और सरोज ने बताया कि सीडीपीओ ने उन्हें फोन करके सुबह 10:00 बजे बुलाया, लेकिन कार्यालय के बाहर दिनभर खड़ा रखा। जांच टीम के आगमन के बाद ही उन्हें कार्यालय में प्रवेश करने की अनुमति मिली।
जांच टीम के सदस्य घासीराम प्रजापति, जो समाज कल्याण विभाग से हैं, ने बताया कि दोनों पक्षों के बयान दर्ज कर लिए गए हैं और रिपोर्ट उच्च अधिकारियों को प्रेषित की गई है। जांच टीम में पशु चिकित्सा अधिकारी इंद्रजीत सिंह और खंड विकास अधिकारी सुष्मिता यादव भी मौजूद थीं।
इस प्रकार, सीडीपीओ पंकज यादव पर लगे आरोपों की जांच थमने का नाम नहीं ले रही है, जिससे आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं में चिंता का माहौल बना हुआ है।