- एडीओ पंचायत की लग्जरी गाड़ी को साफ कर रहा सफाईकर्मी
- सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो से मामले का हुआ भंडाफोड़
मनीष अग्रवाल
किरावली। सरकार द्वारा स्वच्छता अभियान के विस्तार हेतु निरंतर प्रयास अमल में लाये जा रहे हैं। आमजन को स्वच्छता हेतु प्रेरित किया जाता है। सार्वजनिक स्थानों पर स्वच्छता अपनाने हेतु आवश्यक प्रबंध किए जाते हैं। उधर जनपद के अकोला ब्लॉक में इसके बिल्कुल उलट मामला हो रहा है।
आपको बता दें कि सोमवार को सोशल मीडिया पर वायरल हुई एक वीडियो ने अधिकारियों की मानसिकता की कलई खोल कर रख दी, वह किस कदर स्वच्छता के प्रति गंभीर हैं। जिन सफाईकर्मियों को गांवों में नियमित साफ सफाई हेतु तैनात किया जाता है, उन्हीं को अपनी बेगारी में लगाया जा रहा है। वायरल वीडियो में दिख रहा सफाईकर्मी गांव खेड़िया में तैनात नीरज कुमार है। नीरज कुमार द्वारा एडीओ पंचायत शैलेन्द्र सोलंकी की लग्जरी गाड़ी को साफ किया जा रहा है।
बताया जाता है कि खेड़िया गांव आबादी के लिहाज से बड़ा गांव है। 2700 की वोटिंग रखने वाले गांव में लगभग पांच हजार की आबादी है। तीन सफाईकर्मी इस गांव में तैनात बताए जाते हैं, जिसमें नीरज कुमार को अधिकारियों ने अपनी बेगारी के लिए ब्लॉक पर अटैच कर रखा है।
सफाई कर्मियों के अधिकारों का हनन
देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लगातार स्वच्छता अभियान में जन सहभागिता के लिए प्रयासरत हैं, सफाई कर्मियों को समाज की मुख्यधारा में लाने के लिए तमाम योजनाएं संचालित की जा रही हैं। सरकार की मंशा पर उसके ही अधिकारी पानी फेरने पर तुले हैं। जिन सफाई कर्मियों को गांव को स्वच्छ रखने का जिम्मा सौंपा गया है, उन्हीं को मजबूर कर अपनी निजी बेगार में लगा दिया गया है।
इन्होंने कहा
मामले की जानकारी नहीं है। व्यस्तता चल रही है। बाद में बात करूंगा।
नीतेश भड़ेले-जिला पंचायत राज अधिकारी