Agra News: फतेहपुर सीकरी: सड़कों पर घूमते गोवंश के चलते बढ़ती सड़क दुर्घटनाओं को रोकने के लिए गौ रक्षकों ने एक अनूठी पहल शुरू की है। अब, वे गोवंश को रेडियम बेल्ट बांधकर सड़क हादसों की संभावना को कम करने की कोशिश कर रहे हैं। यह पहल खासकर अंधेरे और कोहरे में बहुत महत्वपूर्ण साबित हो रही है, जब सड़क पर दौड़ती गायें और बैल ड्राइवरों के लिए एक बड़ा खतरा बन जाते हैं।
सड़क हादसों को रोकने के लिए रेडियम बेल्ट का प्रयोग
अंधेरे और कोहरे में सड़कों पर घूमते गोवंश अक्सर सड़क दुर्घटनाओं का कारण बनते हैं। इन हादसों में कई बार न केवल गोवंश को नुकसान होता है, बल्कि लोगों की जान भी जा चुकी है। इस समस्या को देखते हुए गौ रक्षकों ने एक नई पहल शुरू की है, जिसके तहत वे गोवंश के गले में रेडियम बेल्ट पहनाते हैं। इन बेल्ट्स की चमक अंधेरे में गोवंश को स्पष्ट रूप से दिखाई देती है, जिससे वाहन चालकों को उनकी मौजूदगी का अंदाजा लगाना आसान हो जाता है और दुर्घटनाओं की संभावना कम हो जाती है।
गौ रक्षकों की टीम का योगदान
फतेहपुर सीकरी क्षेत्र के गौ रक्षक मुकेश महौर, अंकुश किंग, विष्णु झा, रवि सैनी, संजय, सोनू बजरंगी, मोनू बजरंगी जैसे सक्रिय कार्यकर्ता इस मुहिम में भाग ले रहे हैं। ये टीम के सदस्य गांव-गांव और कस्बों में जाकर गोवंश के गले में रेडियम बेल्ट बांध रहे हैं। इस पहल का उद्देश्य न केवल गोवंश को सड़क पर दुर्घटनाओं से बचाना है, बल्कि किसानों के लिए भी फायदेमंद साबित हो रहा है, क्योंकि गोवंश की बढ़ती संख्या से किसानों की फसलें नष्ट हो रही हैं।
सरकार की गौ रक्षा योजनाओं के बावजूद समस्या बनी हुई है
सरकार ने गौ रक्षा और सुरक्षा के लिए गौशालाओं की व्यवस्था की है, लेकिन इसके बावजूद क्षेत्र में सैकड़ों की तादात में गोवंश आवारा घूमते हैं। ये गोवंश अक्सर सड़कों पर आते हैं, जिससे कई बार गंभीर सड़क हादसे हो जाते हैं। गोवंश के इस समस्या से किसानों को भी काफी नुकसान हो रहा है, क्योंकि इन गायों और बैलों के कारण उनकी फसलों में तबाही मच रही है।
गौ रक्षकों की इस पहल से फायदा
गौ रक्षकों द्वारा किए जा रहे इस कार्य की सराहना की जा रही है। रेडियम बेल्ट से गोवंश के बारे में वाहन चालकों को पहले से जानकारी मिल जाती है, जिससे वे अधिक सावधानी बरतते हैं। साथ ही, इस पहल के चलते गोवंश और मनुष्यों दोनों की सुरक्षा बढ़ी है और सड़क दुर्घटनाओं में कमी आई है। गौ रक्षकों की यह पहल समाज के लिए एक बेहतरीन उदाहरण बन चुकी है, जहां उन्होंने एक सामाजिक समस्या का समाधान तकनीकी तरीके से किया है।