फर्जी हेडपंप री-बोर, शौचालय व विद्यालय की चारदीवारी निर्माण में अनियमितताएं
जिलाधिकारी ने अंतिम जांच के लिए गठित की समिति
आगरा। ग्राम पंचायतों में विकास कार्यों की बजाय, सचिव के कथित संरक्षण में ग्राम प्रधान घोटालों को अंजाम दे रहे हैं। जगनेर ब्लॉक की सिंगाइच ग्राम पंचायत की प्रधान मीना शर्मा पर 3.50 लाख रुपए के गबन का आरोप है। प्रारंभिक जांच के बाद जिलाधिकारी अरविंद मलप्पा बंगारी ने उनके वित्तीय अधिकार सीज कर दिए हैं। पंचायत कार्यों के संचालन के लिए तीन पंचायत सदस्यों की समिति गठित की गई है।जानकारी के अनुसार, सिंगाइच ग्राम पंचायत के निवासी सतेंद्र शर्मा, भीमसेन और राजकपूर ने प्रधान मीना शर्मा पर फर्जी री-बोर दिखाकर भुगतान लेने और अगस्त 2023 में अन्य अनियमितताओं की शिकायत जिलाधिकारी से की थी। आरोप था कि नरेगा मेड़बंदी, हेडपंप री-बोर, विद्यालय की चारदीवारी और शौचालय निर्माण में सरकारी धन का गबन किया गया है।
जिलाधिकारी के निर्देश पर जिला कृषि अधिकारी और पीडब्ल्यूडी के सहायक अभियंता की समिति ने जांच की। जांच में री-बोर में 2.11 लाख रुपए, शौचालय निर्माण में 57 हजार रुपए और नरेगा द्वारा मेड़बंदी में 1 लाख रुपए, कुल 3.50 लाख रुपए की वित्तीय अनियमितता सामने आई।जांच रिपोर्ट मिलते ही जिलाधिकारी ने प्रधान मीना शर्मा के वित्तीय अधिकार तत्काल प्रभाव से सीज कर दिए। अब पंचायत कार्यों का संचालन तीन पंचायत सदस्यों की समिति करेगी। साथ ही, जिलाधिकारी ने विस्तृत जांच के लिए एक और समिति गठित कर परियोजना निदेशक, ग्राम्य विकास अभिकरण और अधिशासी अभियंता, ग्रामीण अभियंत्रण को जांच अधिकारी नामित किया है।