एटा, उत्तर प्रदेश: जिले में पर्यावरण को बेहतर बनाने के लिए इस बार 26 लाख पौधों से धरती का श्रृंगार किया जाएगा। इसके लिए तैयारियां शुरू हो गई हैं, और बरसात का मौसम आते ही विभिन्न विभागों के माध्यम से पौधे रोपने का रिकॉर्ड बनाने का लक्ष्य रखा गया है।
पर्यावरण संतुलन की चुनौती और वृक्षारोपण का लक्ष्य
एटा का वन क्षेत्र बेहद कम है, और विभिन्न परियोजनाओं, जैसे कि आगरा-जलेसर-निधौली नेशनल हाईवे के लिए पेड़ों की कटाई (करीब डेढ़ हजार पेड़ काटे जाने की अनुमति मांगी गई है) और प्राकृतिक आपदाओं (आंधी-बारिश) से पेड़ों को लगातार नुकसान पहुँच रहा है। ऐसे में पर्यावरण संतुलन बनाए रखना एक बड़ी चुनौती है।
इस चुनौती से निपटने और पर्यावरण संतुलन बनाए रखने के लिए सरकार पिछले कुछ वर्षों से पौधरोपण के जरिए जोर लगा रही है। इस साल एटा को 26,06,200 पौधे रोपे जाने का लक्ष्य मिला है, जिसके लिए विभागवार जिम्मेदारियाँ तय कर दी गई हैं।
तैयारियां तेज, जनप्रतिनिधि भी होंगे शामिल
सीडीओ डॉ. नागेंद्र नारायण मिश्र ने बताया कि विश्व पर्यावरण दिवस पर सांकेतिक रूप से पौधे रोपित किए जाएंगे, लेकिन बरसात शुरू होने पर वृहद स्तर पर पौधरोपण किया जाएगा। सभी संबंधित विभागों को इसकी जिम्मेदारी सौंपी गई है।
अलीगंज मार्ग स्थित उद्यान विभाग की नर्सरी में विश्व पर्यावरण दिवस के मद्देनजर बुधवार से ही पौधरोपण की तैयारियां चल रही थीं। यहाँ 2,000 से अधिक पौधे तैयार किए जा चुके हैं। जिला उद्यान निरीक्षक सुनील यादव ने बताया कि बृहस्पतिवार को जनप्रतिनिधियों के माध्यम से पौधारोपण कराया जाएगा।