अग्रभारत ब्यूरो,
डॉक्टरों के नाम पर अस्पताल व क्लीनिक संचालित,झोलाछप कर रहे इलाज,
सदस्यता निलंबित करने को यूपी आईएमए को लिखा पत्र
आगरा । स्वास्थ विभाग की व्यवस्थाओं का कुछ एमबीबीएस डॉक्टर भारतीय चिकत्सा परिषद से रजिस्टर्ड होने का दुरुपयोग कर जमकर लाभ उठा रहे हैं। एक एक डॉक्टर के नाम पर कई कई क्लीनिक व अस्पताल संचालित हैं।जो कि शहर में खुद अस्पताल कर रहे संचालित ग्रामीण क्षेत्रों में क्लिनिक व नर्सिंगहोम का रजिस्ट्रेशन करा कर झोलाछाप से इलाज करा रहे हैं।स्वास्थ विभाग की शुरुआती जांच तीस अस्पतालों में पर्चे व बेड हेड टिकट पर डॉक्टर के हस्ताक्षर नहीं मिले ,अब उन अस्पतालों से सीसीटीवी फुटेज मांगी जा रही है।
*स्वास्थ्य विभाग की अनदेखी का जमकर उठाया लाभ*
लखनऊ मुख्यालय के पोर्टल पर 15 चिकित्सकों के नाम से 449 अस्पताल पंजीकृत हो गए।इनमें से आगरा में करीब 50 और आसपास के जिलों में 400 अस्पताल पंजीकृत हैं।नोटिस के बाद अस्पताल संचालकों ने रिकॉर्ड उपलब्ध कराए हैं।जब स्वास्थ विभाग की नीद खुली तो शुरुआती जांच दर्जनों अस्पताल डॉक्टर के पर्चे व बेड हेड टिकट और पैथोलॉजी रिपोर्ट पर डॉक्टर के हस्ताक्षर न मिलना झोलाछाप से इलाज कराना प्रथम दृष्ट्या प्रतीत हुआ है।अब स्वास्थ विभाग इन से तीन महीने से इलाज ले रहे मरीजों का नाम पता ,फोन नंबर,डॉक्टर के द्वारा दी गई दवा के पर्चे, चिकत्सकीय कक्ष में डॉक्टर का मरीजों का इलाज करते हुए सीसीटीवी फुटेज मांगे गए है।जिसके अनुसार साशन को रिपोर्ट भेजी जाएगी।
*डॉक्टर डिग्री की होती है सौदेबाजी*
रजिस्टर्ड डॉक्टर अपने नाम से क्लिनिक और अस्पताल खुलवा कर मोटे कमीशन की सौदेबाजी तय करते हैं। जिनमें शहर में अस्पताल संचालित कर डॉक्टर अपने नाम देहात में क्लिनिक व नर्सिंग होम रजिस्टर्ड करा कर मोटे कमीशन की सौदे बाजी होती है।जिससे लाखों रुपए महीने डॉक्टर को मिल मिलते हैं। झोलाछापों से इलाज करा कर मरीजों की जान खेल रहे डॉक्टर। ऐसा करने वाले डॉक्टरों पर आईएमए अध्यक्ष डॉक्टर ओपी यादव ने मरीजों का भरोसा तोड़ने वाले डॉक्टर पर सख्त कार्यवाही व सदस्या निलंबित करने के लिए यूपी आईएमए को पत्र लिखा है।
*राजनेताओं के आगे स्वास्थ विभाग की कार्यवाही विवश*
स्वास्थ विभाग की समय समय पर अनैतिक रूप से संचालित क्लिनिक व अस्पतालों पर होने वाली कार्यवाही राजनेताओं के आगे विवश हो जाती है। यह आरोप रायभा निवासी धीरेंद्र,भूपेंद्र,रणवीर, व अन्य ने लगाते हुआ बताया कि आर & आर हॉस्पिटल संचालित करने वाले डॉक्टर राजेश गोयल रायाभा में सूरज पॉली क्लीनिक संचालित करा कर झोलाछाप से इलाज करा रहे हैं।जिसकी शिकायत लंबे समय से हो रही है। राजनेताओं का फोन स्वास्थ विभाग में पहुंचने के बाद मिलीभगत से शिकायतों का निस्तारण करा दिया जिसमें डॉक्टर को बुलाकर मौजूदगी दिखाई लेकिन सीसीटीवी कैमरा लगे होने के बावजूद उनके साक्ष्यों को कार्यवाही के अमल में नहीं लाया गया है।