अंबेडकरनगर, उत्तर प्रदेश। अंबेडकरनगर के जिला अस्पताल में तैनात एक दबंग महिला चिकित्सक का ऐसा अमानवीय रूप सामने आया है, जिसे देख डॉक्टर भी शर्मा जाएं। प्रसव पीड़ा से कराह रही एक महिला का इलाज करने के बजाय, इस लेडी डॉक्टर ने तीमारदार से सीधे पूछा – “यादव हो क्या?” इस महिला डॉक्टर की दबंगई इस कदर थी कि उसके सामने अस्पताल के सीएमएस से लेकर सीएमओ और स्थानीय विधायक तक की भी नहीं चलती थी। महिला डॉक्टर की गुंडई का आलम यह था कि तकरीबन पंद्रह दिन पहले डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक के निर्देश के बावजूद सीएमओ उसके खिलाफ कार्रवाई करने की हिम्मत नहीं जुटा पाए थे। हालांकि, अब उन्होंने इस्तीफा दे दिया है।
यह है पूरा मामला
रविवार दोपहर अंबेडकरनगर के रामपुर सकरवारी में रहने वाली साक्षी सिंह को प्रसव पीड़ा होने पर उनके परिजन उन्हें लेकर जिला अस्पताल पहुंचे। यहां उस समय कोई भी महिला डॉक्टर मौजूद नहीं थी। पीड़ित महिला के ससुर मनोज सिंह ने बताया कि पहले इसकी जानकारी सीएमएस को दी गई, लेकिन काफी देर तक डॉक्टर नहीं आई। पता करने पर बताया गया कि डॉक्टर संगीता सिंह की इमरजेंसी ड्यूटी है, लेकिन वह आएगी नहीं।
विधायक की भी नहीं सुनी
इसके बाद इसकी जानकारी सीएमओ को दी गई, फिर भी देर रात तक डॉक्टर संगीता सिंह नहीं आईं। पीड़ित ने आखिर में स्थानीय विधायक राम अचल राजभर से मदद मांगी। विधायक के बात करने के बाद भी जब संगीता सिंह नहीं आईं तो विधायक राम अचल राजभर ने जिलाधिकारी अनुपम शुक्ला से बात की। जिलाधिकारी के निर्देश के बाद देर रात संगीता सिंह जिला अस्पताल पहुंचीं।
अमानवीय टिप्पणी और विवाद
डीएम के फोन के बाद जिला अस्पताल पहुंची डॉक्टर संगीता सिंह ने कथित तौर पर कहा, “मंच सजाओ, नाचने आ रही हूं।” तीमारदार मनोज सिंह जब उनके पास पहुंचे तो संगीता सिंह ने सीधे पूछा, “यादव हो क्या?” इसके बाद लेबर रूम में पहुंची संगीता सिंह ने पीड़ित महिला से कहा कि “तुम्हारे बाप ने डीएम से फोन कर 50 हजार रुपए बचा लिया।
डॉक्टर संगीता सिंह को लेकर लगातार शिकायतें मिल रही थीं। जिस पर डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने पंद्रह दिन पहले ही उनके खिलाफ कार्रवाई का निर्देश दिया था, लेकिन सीएमओ कार्रवाई नहीं कर सके थे।
सीएमओ ने बताया कि संगीता सिंह को बुलाया गया, लेकिन वह नहीं आईं। उन्होंने यह भी बताया कि डीएम के निर्देश पर ही वह आई थीं और उन्होंने तीमारदारों के साथ दुर्व्यवहार किया था। विभागीय मंत्री ने भी उनके खिलाफ कार्रवाई का निर्देश दिया था और पहले भी उनकी बहुत शिकायतें आ चुकी हैं। फिलहाल उन्होंने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है।